दीपावली के अगले दिन अन्नकूट और गोवर्धन पूजा की जाती है. ये प्रकृति की पूजा है ,जिसकी शुरुआत श्री कृष्ण ने की थी. इस दिन प्रकृति के आधार के रूप में गोवर्धन पर्वत की पूजा होती है. समाज के आधार के रूप में गाय की पूजा की जाती है.
On this day, Lord Shri Krishna offered cooked grains for the worship of Govardhan and cows.