जो भोलेनाथ को पूजते हैं उनको ना तो कोई विपदा घेर सकती है और ना कोई बाधा परेशान कर सकती है. क्योंकि शिव में ही सब शुरू होता है और शिव में ही सब का अंत होता है. शिव को अर्द्धनारीश्वर भी कहा गया है. ये शिव ही हैं जो आधे होते हुए भी पूरे हैं. इस सृष्टि के आधार और रचयिता शिव और शक्ति के ही स्वरूप हैं. इनके मिलन और सृजन से ये संसार संचालित और संतुलित है.
The Ardhanarishvara is a form of the Hindu deity Shiva. In this video of Prarthna Ho Swikaar, we explain why Lord Shiva is also known as Ardhanarishvara.