scorecardresearch

Lord Ganesha Worship Rules: हर बाधा दूर, जीवन में जीत का वरदान! देखिए

जीवन की हर बाधा और कष्ट को दूर करने के लिए विघ्नहर्ता श्री गणेश की उपासना अत्यंत आवश्यक है. हर काम में सफलता पाने के लिए गणपति पूजन के कुछ विशेष नियम और सावधानियां समझना जरूरी है. देवाधिदेव महादेव की पूजा सोमवार को और महावीर बजरंगी की आराधना मंगलवार को की जाती है, वैसे ही श्रीगणेश की उपासना के लिए सबसे शुभ दिन बुधवार है. प्रथम पूज्य श्रीगणेश की कृपा पाने के लिए बुधवार को नियम पूर्वक गजानन की उपासना करनी चाहिए. गणपति की पूजा में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि 'निर्मल मन जन सो मोहि पावा, मोहि कपट चल चित्रण भावा.' यानी निर्मल मन से की गई पूजा ही फलदायी होती है. पूजा करते समय नीले या काले रंग के कपड़े न पहनें, बल्कि पीले या सफेद वस्त्र धारण करें. गणेश जी को कभी भी तुलसी दल अर्पित न करें और उनके भोग में भी तुलसी के पत्ते न डालें. गणपति की मूर्ति को इस प्रकार स्थापित करें कि उनकी पीठ के दर्शन न हों, क्योंकि इससे जीवन में दरिद्रता आती है. क्रोध से बचें और वाणी पर नियंत्रण रखें. दूर्वा अर्पित करते समय उसकी शुद्धता का ध्यान रखें, सबसे अच्छा तरीका है कि उसे घर में ही उगाएं. ज्योतिषी कहते हैं कि जीवन में शुभता लाने के लिए पार्वती पुत्र गजानन गणेश की आराधना सर्व कल्याणकारी है. भगवान सिद्धिविनायक हर कामना पूरी करते हैं और कष्ट विनायक हर कष्ट को हर लेते हैं. इन खास बातों का ध्यान रखने से गणपति आपका कल्याण करेंगे और जीवन के हर क्षेत्र में जीत का वरदान देंगे.