आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानी पितृपक्ष के दौरान महालक्ष्मी व्रत का समापन किया जाता है. इस व्रत को माता महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष माना जाता है. महालक्ष्मी व्रत राधा अष्टमी से शुरू होता है और ये व्रत आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि तक चलता है. माना जाता है कि अगर विधिपूर्वक और श्रद्धा से महालक्ष्मी व्रत पूर्ण किया जाए तो देवी लक्ष्मी बहुत प्रसन्न हो जाती हैं और प्रसन्न होकर धन के भंडार हमेशा भरे रहने का आशीर्वाद देती हैं.
In this video of Prarthna Ho Swikaar, we suggest some important points associated with Mahalakshmi Vrat.