ध्यान यानि अनावश्यक कल्पना और विचारों को मन से हटाकर शुद्ध और निर्मल मौन में चले जाना. ध्यान को साधने से इंसान स्वयं ही सधने लगते हैं. ध्यान का विज्ञान आज का नहीं बल्कि पौराणिक है. दरअसल जो ध्यान है वही विज्ञान है. ध्यान का सम्बन्ध आत्मानुसंधान से है.