मोरपंख को सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. यह सौंदर्य और अध्यात्म का संगम है. मोरपंख भगवान कृष्ण को अति प्रिय है और वे इसे अपने मुकुट में धारण करते हैं. धार्मिक शास्त्रों में मोरपंख को भगवान कार्तिकेय, भगवान गणेश, माता सरस्वती, माता लक्ष्मी और इंद्रदेव से जोड़ा जाता है. ज्योतिष के जानकार बताते हैं कि मोरपंख में इतनी शक्ति होती है कि यह घर की शोभा बढ़ाने के साथ-साथ सेहत में सुधार करता है और नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है. यह कुंडली में नवग्रह के दोष दूर करता है और दांपत्य जीवन को मंगलमय बना सकता है.