पितृपक्ष में दान का विशेष महत्व है, क्योंकि मान्यता है कि इस दौरान किया गया दान पितरों की मुक्ति और मोक्ष का मार्ग खोल सकता है। कहा जाता है कि इन दिनों में दिया गया जल सीधे पितरों तक पहुंचता है और दान का फल कई गुना बढ़ जाता है, जिससे कुंडली के तमाम दोष नष्ट हो जाते हैं। जानकारों के अनुसार, अलग-अलग वस्तुओं के दान का फल भी अलग होता है।