पितृपक्ष पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता और आशीर्वाद का समय है। इस बार पितृपक्ष 7 सितंबर से 21 सितंबर तक रहेगा। मान्यता है कि इन 15 दिनों में पूर्वज धरती पर आकर संबंधियों को आशीर्वाद देते हैं। "श्राद्ध का मतलब श्रद्धा पूर्वक अपने पितरों को प्रसन्न करने से है।" सनातन मान्यता के अनुसार, देह त्याग चुके परिजनों की आत्मा की तृप्ति के लिए सच्ची श्रद्धा से किए गए तर्पण को श्राद्ध कहते हैं।