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Pitru Paksha Significance: पितृपक्ष में पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए क्या करें? जानें महत्व और विधि-विधान

पितृपक्ष हिंदू परंपरा में पूर्वजों को याद करने और उनका आभार व्यक्त करने का समय है. जिन पूर्वजों का देहांत हो चुका है, उन्हें पितृ माना जाता है. मान्यता है कि पितृपक्ष में पितृ धरती पर आकर अपने लोगों पर ध्यान देते हैं और आशीर्वाद देकर उनकी समस्याएं दूर करते हैं. इस दौरान पितरों को नियमित रूप से जल अर्पित किया जाता है, जिसे तर्पण कहते हैं. तर्पण के लिए दक्षिण दिशा की ओर चेहरा करके दोपहर के समय जल में काला तिल और हाथ में कुश लेकर जल अर्पित किया जाता है. जिस दिन पूर्वज के देहांत की तिथि होती है, उस दिन अन्न और वस्त्र का दान किया जाता है और किसी निर्धन व्यक्ति को भोजन भी कराया जाता है. पितृपक्ष में केवल एक समय सात्विक भोजन करना चाहिए और प्याज, लहसुन, मांस, मदिरा से परहेज करना चाहिए.