पितृपक्ष के दौरान मां लक्ष्मी की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है. धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा से जीवन में खुशियां और वैभव आता है. हर व्यक्ति की यह इच्छा होती है कि उसके जीवन में धन की कमी न हो और परिवार में सुख-शांति बनी रहे. ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, पितृपक्ष के इन दिनों में कुछ सरल उपाय करके मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त की जा सकती है. इन उपायों से जीवन भर वैभवशाली बना जा सकता है. सूर्य नारायण से प्रार्थना करने का विधान है कि सभी पितरों को मोक्ष की प्राप्ति हो और आयु, आरोग्य का आशीर्वाद मिलता रहे. जिनके घर में पितृ पूर्वज नहीं हैं, वे 15 दिन नित्य तिलोदक तर्पण करें या पितरों के नाम से दक्षिण दिशा में जल दें. गौग्रास और पंचमली निकालने का भी विधान है. घर में पितृनिमित्तक ओम इत्यादि को रखने और नित्य गोएठे को जलाकर ओम इत्यादि करने का उल्लेख है. तिल का हवन करने और 'देवताप्य पुत्रोभेश्य महायोगी भ्येयवच्च नमः स्वधाय स्वहायै नित्यमयव नमोहन' मंत्र का जप करते हुए आहुति देने का भी विधान है. यदि आप नौकरी में तरक्की और धन की बढ़ोत्तरी चाहते हैं तो गणेश जी के साथ लक्ष्मी जी की स्थापना करें. गणेश जी को पीले और लक्ष्मी जी को गुलाबी फूल चढ़ाएं. लक्ष्मी जी को अष्टगंध अर्पित करें और नित्य प्रातः स्नान के बाद उसी अष्टगंध का तिलक लगाएं. इससे नौकरी में तरक्की और धन की बढ़ोतरी का वरदान मिलता है. मां लक्ष्मी की कृपा से हर मनोकामना पूरी होती है.