वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज जी मंत्र लिखे कपड़े पहनने को सही नहीं मानते, उनका कहना है कि "ये वैदिक मंत्र है, इन्हें हृदय पर लिखा होना चाहिए, कपड़ों पर नहीं." उन्होंने यह सीख अपने आश्रम आए एक भक्त को दी जो शिव मंत्र लिखा कुर्ता पहनकर पहुंचा था. आजकल युवाओं में ओम या महादेव जैसे शब्द लिखे कुर्ते पहनने का चलन है, जिसे कुछ श्रद्धा तो कुछ स्टाइल स्टेटमेंट मानते हैं.