पंजाब के पठानकोट जिले में रावी नदी के किनारे पहाड़ी गुफाओं में एक शिवधाम स्थित है. मान्यता है कि इस धाम का निर्माण पांडवों ने लगभग 5500 वर्ष पूर्व अपने अज्ञातवास के समय किया था और इसे छोटा हरिद्वार भी कहा जाता है. यहां स्थापित शिवलिंग में पत्थर पर इंसानी शिराओं जैसी आकृतियां दिखने का उल्लेख है, और प्रतिवर्ष नौतपा के नक्षत्रों के आधार पर वर्षा का अनुमान लगाया जाता है.