रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले से ही भगवान राम के लिए उपहारों का ये सिलसिला यूं ही चल रहा था. कोई बालक राम के लिए वस्त्र भेज रहा था. कोई सोने चांदी की खड़ाऊ भेज रहा था. किसी ने बड़े लाड़ से मुकुट भेजे. तो कोई ढोल... नगाड़े... और घंटियां भिजवा रहा था. यही तो आस्था है... तेरा तुझको अर्पण... जिससे मिला...उसी को अर्पित करने का भाव. आइए आपको दिखाते हैं अब तक राम लला के द्वार किस-किसने... कौन-कौनसा उपहार भिजवाया है.
This series of gifts for Lord Ram was going on like this even before the consecration of Ramlala. Some child was sending clothes for Ram. Someone was sending Khadau of gold and silver. Someone sent the crowns with great care.