पूजा में विभिन्न सामग्रियों का अपना विशेष महत्व होता है. दूर्बा चढ़ाने से वंश की वृद्धि की कामना की जाती है. एक शाखा से दूसरी, दूसरी से तीसरी, इसी प्रकार वंश वृद्धि की प्रार्थना की जाती है. शमीपत्र का उपयोग जीवन में समृद्धि लाता है और शनि, राहु, केतु आदि के ग्रह दोषों को समाप्त करता है. तुलसी मंजरी भगवान शिव को अर्पित की जाती है, जो पवित्रता का प्रतीक है.