रुद्राभिषेक की पूजा विधि में विभिन्न सामग्रियों का उपयोग किया जाता है, जिनमें वस्त्र, यज्ञोपवीत, चंदन, भस्म, अक्षत, पुष्प और बेलपत्र शामिल हैं. भगवान को वस्त्र पहनाए जाते हैं, जो शीत, वात और लज्जा से रक्षा का प्रतीक हैं. यज्ञोपवीत धारण करने से आयु, बल और तेज की वृद्धि होती है, और यह पवित्रता का प्रतीक है. चंदन का लेप महापुण्य प्रदान करता है और लक्ष्मी को आकर्षित करता है. भस्म वैराग्य का प्रतीक है और यह बताती है कि अंत में सब कुछ राख में मिल जाता है.