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Rudraksha से शनि कष्टों का निवारण: नौकरी, स्वास्थ्य और साढ़ेसाती में लाभ, जानिए उपाय

सावन के दिनों में रुद्राक्ष का महत्व बढ़ जाता है. रुद्राक्ष को महादेव के नेत्रों से निकली महाशक्ति माना जाता है. मान्यता है कि रुद्राक्ष धारण करने से शनि से संबंधित कष्टों से मुक्ति मिल सकती है, क्योंकि महादेव शनि के गुरु हैं. ज्योतिषी कहते हैं कि रुद्राक्ष की शक्ति रत्नों से कहीं अधिक है. यह नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव को शून्य कर देता है. यदि नौकरी या स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो, या साढ़ेसाती और ढैया चल रही हो, तो रुद्राक्ष के विशेष प्रयोग लाभकारी हो सकते हैं. पंचमुखी रुद्राक्ष रक्तचाप को कम करने में सहायक है. नौकरी और रोजगार की समस्याओं के लिए दसमुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है. साढ़ेसाती या ढैया के दौरान आठ मुखी रुद्राक्ष की माला धारण कर शनि और शिव मंत्रों का जाप करने से आशा की किरण जगती है. यह एक से एक प्रकार के रोह को नष्ट करने की क्षमता रखता है. रुद्राक्ष धारण करने वाले जातक के जीवन में भय और बड़ी बीमारियां नहीं आतीं. यह व्यक्ति को निष्कासित जीवन जीने में मदद करता है.