संध्या काल में पूजा करने से मन निर्मल होता है और नकारात्मक विचारों का अंत होता है. संध्या पूजन से ब्रह्मलोक की प्राप्ति, मानसिक मजबूती, आध्यात्मिक विकास और रोग मुक्ति जैसे लाभ मिलते हैं. पूजा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातों में घंटी न बजाना, तुलसी को दीपक जलाना और मन को एकाग्र रखना शामिल है.