सावन के महीने में भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जाती है, लेकिन सावन की शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है. महादेव की कृपा पाने के लिए यह दिन सबसे उत्तम माना गया है. इसी कारण उज्जैन नगरी में महाकाल का श्रृंगार किया गया. महाकाल के पंचामृत अभिषेक से शुरुआत हुई, जिसमें दूध, दही, घी, शहद और चीनी से महादेव का अभिषेक किया गया. इसके बाद भस्म से महादेव का श्रृंगार हुआ. महाकाल के दर्शन के लिए भारी संख्या में शिव भक्त पहुंचे. देखें वीडियो.