प्रयागराज के लेटे हनुमान का अभिषेक करने खुद मां गंगा मंदिर तक पहुंच गई और ये अनूठा संगम देख भक्तों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. मंदिर के द्वार पर जैसे ही मां गंगा का आगमन हुआ घंटे घड़ियाल बजाए गए. आरती की गई. गंगा का आह्वान कर उनका स्वागत किया गया. मंदिर में गंगा का पानी आने के बाद साधु संतों और श्रद्धालुओं ने पूजा पाठ और मंत्रोच्चार किया और जयकारे लगाए. धीरे धीरे गंगा का पानी सीढ़ियों से आकर हनुमान जी को स्पर्श करने लगा और फिर पूरी मूर्ति को मां गंगा ने आगोश में ले लिया.
Maa Ganga herself reached the temple to anoint Hanuman lying in Prayagraj and seeing this unique confluence, there was no place for the happiness of the devotees. As soon as Maa Ganga arrived at the entrance of the temple.