शनि की साढ़ेसाती के दौरान भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि अच्छे कर्मों का अच्छा फल मिलता है। शनिदेव के जन्मदिन के विशेष अवसर पर उनकी कृपा प्राप्ति हेतु हनुमान जी की आराधना, पीपल के वृक्ष की सेवा, और निर्धन व्यक्तियों की सहायता करने का सुझाव दिया गया है। इस दिन किसी का अपमान न करने, अपशब्दों का प्रयोग न करने और झूठ न बोलने पर बल दिया गया है, क्योंकि 'आज मान और अपमान का ही आप किसको कितना सम्मान दे सकते है, आज उसी का हिसाब किताब होने वाला है।'