शनि जयंती उन लोगों के लिए अधिक मायने रखती है जिनकी जन्मकुंडली में शनि बुरे प्रभाव दिखा रहा हो या जिन्हें शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही हो. ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है, 'अगर हम जीवन को सद् आचरण के साथ जियेंगे तो हमें शनि देव की कृपा प्राप्त होगी' इस दिन निर्धनों को दान करने, श्रीकृष्ण की उपासना करने और मंत्र जाप से शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है और कष्टों से राहत मिल सकती है.