पूजा उपासना में आरती अंत में की जाती है, जिससे पूजन का समापन होता है। शास्त्र कहते हैं कि "आरती करने से ही नहीं आरती देखने भर से बहुत पुण्य मिलता है।" घर में कपूर से और मंदिरों में दीपक से आरती करने का विधान है, तथा आरती की थाली में धातु की थाली पर रोली से स्वास्तिक, पुष्प, घी का दीपक और कपूर होना चाहिए।