सूर्य के कर्क राशि में प्रवेश के साथ भारत की स्थिति पर विशेष चर्चा की गई. ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, भारत के उत्थान और तरक्की की संभावना जताई जा रही है. देश को आर्थिक, सामाजिक और विदेश नीति के क्षेत्र में मजबूती मिलेगी. विशेषज्ञों का मानना है कि 'भारत की स्थिति वर्ल्ड इकॉनमी में भी मजबूत होगी और अगले एक महीने में कई क्षेत्रों में निर्णायक भूमिका भारत के माता नजर आएगा' ग्रह गोचर के हिसाब से भारत की स्थिति बहुत बढ़िया रहने वाली है. सूर्य के कर्क राशि में विराजमान होने और मंगल-केतु की युति धन के लिए अच्छी बताई गई है. विदेश नीति के क्षेत्र में भी भारत का परचम लहराएगा. हालांकि, चंद्रमा और शनि की युति से 'विष योग' तथा सूर्य के साथ चंद्रमा होने से 'जल मृत्यु योग' बन रहा है, जिससे जल से संबंधित स्थानों पर सावधानी बरतने की आवश्यकता है. एक विमान घटना का भी उल्लेख किया गया है. यह समय भारत के लिए स्वर्णिम काल की ओर इशारा करता है.