वाराणसी में गणपति विसर्जन के अवसर पर लालबागचा राजा के स्वरूप की भव्य शोभायात्रा निकाली गई. इस दौरान शिव की नगरी काशी पूरी तरह से मराठी संस्कृति में रंग गई. यह यात्रा काशी के भुला नाला में आयोजित पांच दिवसीय गणेश उत्सव के बाद आयोजकों द्वारा निकाली गई थी. यात्रा की खास बात यह थी कि इसे पूरी तरह से मराठी शैली में आयोजित किया गया. नासिक से आए कलाकारों ने पूरे रास्ते ढोल-ताशे बजाते हुए 'मिनी महाराष्ट्र' जैसा नजारा पेश किया.