वट सावित्री व्रत कथा यमराज को भी सत्यवान के प्राण लौटाने को विवश करने वाली सती सावित्री की कहानी प्रस्तुत करती है. एकादशी व्रत और भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा जीवन की बाधाएं दूर कर मनोकामनाएं पूरी करती है, जिसके लिए विष्णु गायत्री मंत्र अचूक माना गया है. भगवान नारायण कहते हैं, "मैं वास करता हूं ब्राह्मणों के मुख में, क्षत्रियों की भुजाओ में" और उनकी कृपा शंख के जल से स्नान व तुलसी दल अर्पण जैसे उपायों से प्राप्त होती है.