दुनिया भर में महादेव के भक्त बसे हुए हैं, और कई देशों में उनकी विशाल प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं. भारत में भी महादेव की कई विशालकाय प्रतिमाएं मौजूद हैं, जिनमें से कई सैकड़ों फीट ऊंची हैं. ये प्रतिमाएं आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ भक्तों के मन में विस्मय का भाव भी जगाती हैं. दुनिया में महादेव की सबसे ऊंची प्रतिमा राजस्थान के नाथद्वारा में स्थापित विश्वास स्वरूपम प्रतिमा मानी गई है. इसकी ऊंचाई 369 फीट है और इसका उद्घाटन साल 2022 में हुआ था. इसे बनाने में 10 साल लगे और 10,000 लोगों ने योगदान दिया. नेपाल के सांगा में कैलाशनाथ महादेव की 143 फीट ऊंची प्रतिमा संसार की दूसरी सबसे ऊंची शिव प्रतिमा है. कर्नाटक के मुरुदेश्वर मंदिर में 123 फीट ऊंची प्रतिमा है, जो दिनभर सूर्य की किरणों से चमकती रहती है. गुजरात के वडोदरा में सूरसागर झील के बीच स्थापित सर्वेश्वर महादेव की 111 फीट ऊंची प्रतिमा पर साल 2023 में लगभग 17 किलो सोने की परत चढ़ाई गई, जिस पर 12 करोड़ रुपये का खर्च आया. कोयम्बटूर में आदियोगी की 112 फीट ऊंची प्रतिमा योग विज्ञान को समर्पित है. सिक्किम के नामची में 87 फीट ऊंची महादेव प्रतिमा सिद्धेश्वर धाम का मुख्य आकर्षण है. मॉरीशस में मंगल महादेव की 108 फीट ऊंची प्रतिमा है, जिसके दर्शन के लिए साल 2024 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी पहुंची थीं. हरिद्वार और द्वारका में भी महादेव की भव्य प्रतिमाएं मौजूद हैं.