Deep Oxygen (Representative Image/Unsplash)
Deep Oxygen (Representative Image/Unsplash) धरती पर जीवन की शुरुआत कैसे हुई है इसको लेकर अभी भी खोज चल रही है. अब इसी को लेकर एक नई स्टडी हुई है. वैज्ञानिकों को समुद्र की गहराई में एक नई तरह की ऑक्सीजन मिली है. वैज्ञानिकों ने पाया कि गहरे समुद्र में धात्विक खनिज (metallic minerals) बिना किसी लाइट के भी ऑक्सीजन बना सकते हैं.
दरअसल, हमेशा से ये माना जाता है कि बिना सूरज की किरण या फोटोसिंथेसिस के ऑक्सीजन बना पाना मुमकिन नहीं है. लेकिन अब इस लंबे समय से चली आ रही धारणा को चुनौती मिली है. स्कॉटिश एसोसिएशन फॉर मरीन साइंस (SAMS) और नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस स्टडी को लीड किया है.
2013 में शुरू हुई थी स्टडी
यह स्टडी 2013 में शुरू हुई थी, जब SAMSमें सीफ्लोर इकोलॉजी और बायोजियोकेमिस्ट्री रिसर्च ग्रुप के प्रमुख एंड्रयू स्वीटमैन ने प्रशांत महासागर के तल पर अजीब ऑक्सीजन रीडिंग देखी. एंड्रयू तब क्लेरियन-क्लिपरटन जोन में रिसर्च कर रहे थे. ये प्रशांत महासागर का वो क्षेत्र है जहां बड़ी मात्रा में खनिज मिलते हैं. ये लगभग 4,500 मील तक फैला हुआ है.
शुरुआत में, एंड्रयू स्वीटमैन और उनकी टीम को संदेह हुआ कि उनके डिवाइस में कोई खराबी है. सेंसरों को बार-बार ठीक करने के लिए भेजे जाने के बावजूद ये रीडिंग ऐसे ही बनी रही.
डिवाइस की रीडिंग थी एकदम ठीक
2021 और 2022 तक, स्वीटमैन की टीम अपने फाइनल रिजल्ट पर पहुंची. तब सामने आया कि ऑक्सीजन रीडिंग सटीक है. टीम ने पता लगाया कि समुद्र तल पर पाए जाने वाले मिनिरल्स, जिसे पॉलिमेटेलिक नोड्यूल कहते हैं, बिना लाइट के भी ऑक्सीजन बना सकते हैं.
पॉलिमेटेलिक नोड्यूल्स की भूमिका
पॉलिमेटेलिक नोड्यूल मैंगनीज, लोहा, कोबाल्ट, निकल, तांबा और लिथियम जैसी धातुओं से बने होते हैं. ये नोड्यूल इलेक्ट्रोकेमिकल प्रोसेस से ऑक्सीजन पैदा कर सकते हैं. नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के फ्रांज गीगर, जो इसी रिसर्च का हिस्सा हैं, ने इन नोड्यूल्स के महत्व को समझाया. उन्होंने बताया, "इस ऑक्सीजन का प्रोडक्शन करने वाले पॉलिमेटेलिक नोड्यूल्स में कोबाल्ट, निकल, तांबा, लिथियम और मैंगनीज जैसी धातुएं होती हैं. इन सभी का उपयोग बैटरी बनाने में किया जाता है.”
पृथ्वी पर जीवन कैसे शुरू हुआ?
इस खोज ने पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं. नई खोजी गई प्रक्रिया से पता चलता है कि लाइट बनने से पहले गहरे समुद्र में ऑक्सीजन पैदा की जा सकती थी. ऐसे में जीवन कैसे शुरू हुआ, इसकी कहानी में यह एक तरह का गेम चेंजर हो सकता है.