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जुपिटर ग्रह के चांद तक पहुचाएं अपना नाम, जानें नासा के इस Message in a Bottle कैंपेन के बारे में

मैसेज इन अ बोतल मिशन में प्रतिभागियों को न केवल हमारे सौर मंडल के बाहरी हिस्सों में अपना नाम भेजने का मौका मिलेगा, बल्कि आप इसे डाउनलोड भी कर सकते हैं.

Message in a Bottle Message in a Bottle
हाइलाइट्स
  • खुलेगा जुपिटर के चंद्रमा के रहस्यों का खुलासा

  • डाउनलोड भी कर सकते हैं इसे

बस धरती ही नहीं आप दूसरे ग्रह तक भी अपना नाम पहुंचा सकते हैं. जी हां, जुपिटर के चांद तक अपना नाम पहुंचाने के लिए एक मिशन लॉन्च किया गया है. नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने एक अनोखा अभियान शुरू किया है, जिसमें आप को "Message in a Bottle" पहल में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. इस मिशन में आपको अपना नाम भेजना है. ये नाम यूरोपा क्लिपर मिशन पर सवार होकर जुपिटर के चंद्रमा की यात्रा करेंगे. नामों के साथ, मिशन को समर्पित एक कविता एक माइक्रोचिप पर उकेरी जाएगी. ये एक बोतल में एक मैसेज जैसा होगा. 

अपना नाम कैसे भेजें? 

इस अंतरग्रहीय यात्रा का हिस्सा बनने के लिए लोगों के पास अपना नाम जमा कराने के लिए 1 जनवरी तक का समय है. कोई भी नाम सुबह 5:29 बजे से पहले देना होगा. आपके नाम के साथ अमेरिकी कवि पुरस्कार विजेता एडा लिमोन की लिखी कविता के साथ एक माइक्रोचिप पर सावधानीपूर्वक स्टेंसिल किया जाएगा, जिसका शीर्षक है "इन प्रेज ऑफ मिस्ट्री: ए पोएम फॉर यूरोपा." भाग लेने के लिए, इच्छुक व्यक्ति नासा की साइट पर जा सकते हैं और कविता पर अपने नाम के साथ हस्ताक्षर कर सकते हैं.

डाउनलोड भी कर सकते हैं इसे 

मैसेज इन अ बोतल मिशन में प्रतिभागियों को न केवल हमारे सौर मंडल के बाहरी हिस्सों में अपना नाम भेजने का मौका मिलेगा, बल्कि आप इसे डाउनलोड भी कर सकते हैं. इसमें यूरोपा और जुपिटर पर भेजे जाने वाली एक बोतल में एक मैसेज पर नाम लिखा जाता है. इ चित्र आप डाउनलोड भी कर सकते हैं. 

खुलेगा जुपिटर के चंद्रमा के रहस्यों का खुलासा

यूरोपा क्लिपर, वर्तमान में नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) में असेंबली के अधीन है. फ्लोरिडा के केप कैनावेरल से लॉन्च होकर, अंतरिक्ष यान जुपिटर तक पहुंचने के लिए 1.8 बिलियन मील (2.6 बिलियन किलोमीटर) की दूरी तय करेगा, जिसके 2030 में पहुंचने की उम्मीद है. अपने मिशन के दौरान, अंतरिक्ष यान यूरोपा के लगभग 50 फ्लाईबाई का संचालन करेगा. इसके अलावा, आधा अरब मील (800,000 किलोमीटर) की दूरी तय करते हुए यह चंद्रमा को लेकर भी कई रहस्यों से पर्दा हटाएगा.