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दोस्तों के साथ करें अच्छी बातचीत, कम होगा स्ट्रेस, दिन रहेगा बेहतर, स्टडी में हुआ खुलासा

हाल ही में हुए एक शोध में सामने आया है कि दोस्तों के साथ क्वालिटी कंवर्सेशन करने वाले लोगों का स्ट्रेस लेवल कम होता है और आपको अच्छा महसूस होता है.

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हाइलाइट्स
  • बात करने से गहरा होता है रिश्ता 

  • मीनिंगफुल बातचीत है बेहतर

अक्सर हम बहुत परेशान होते हैं तो अपने किसी दोस्त को फोन लगाकर अपना पूरी स्ट्रेस खत्म कर लेते हैं. और दोस्तों को अपनी छोटी-बड़ी परेशानियों के बारे में बताकर मन हल्का हो जाता है. और अब तो स्टडीज भी यही कह रही हैं कि दोस्तों के साथ अच्छे से बात करके आपका स्ट्रेस कम होता है. 

दरअसल, कंसास विश्वविद्यालय के संचार अध्ययन के प्रोफेसर और मैत्री विशेषज्ञ, जेफरी हॉल और उनके सह-लेखक, अमांडा होल्मस्ट्रॉम, नताली पेनिंगटन, इवान पेरौल्ट और डैनियल टोट्ज़के ने कम्युनिकेशन रिसर्च जर्नल में "क्वालिटी कन्वर्सेशन कैन इन्क्रीज़ डेली वेल-बीइंग" प्रकाशित किया है. 

यह स्टडी हॉल के कम्युनिकेट बॉन्ड बेलोंग (सीबीबी) रिलेशनशिप थ्योरी को सपोर्ट करती है. हॉल केयू के रिलेशनशिप एंड टेक्नोलॉजी लैब के निदेशक हैं. 

बात करने से गहरा होता है रिश्ता 
हॉल का कहना है कि बात करने से लोग एक-दूसरे से जुड़ाव महसूस करते हैं. और इसलिए अलग-अलग तरह के कम्यूनिकेशन होते हैं. जैसे सात कम्यूनिकेशन- मिलना, मीनिंगफुल बातें करना, मज़ाक करना, देखभाल करना, सुनना, दूसरों को और उनकी राय को महत्व देना और ईमानदारी से प्रशंसा करना. 

पांच विश्वविद्यालय परिसरों के 900 से ज्यादा लोगों ने स्टडी में भाग लिया और उन्हें कोविड में लगे लॉकडाउन से पहले, उसके दौरान और बाद में - एक ही दिन में सात कम्यूनिकेशन व्यवहारों में से किसी एक को इस्तेमाल करने के लिए निर्देशित किया गया था, और फिर उसी रात तनाव, संबंध, चिंता, अस्तित्व, अकेलापन और उनके दिन की गुणवत्ता के बारे में रिपोर्ट की.

मीनिंगफुल बातचीत है बेहतर
हॉल का कहना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसने क्या क्वालिटी कॉन्वर्सेशन की. बल्कि मायने यह रखता है कि लोगों ने अपने दोस्तों को पूछा और बात की. साथ ही, बहुत सी स्टडी कहती है कि आपने किसी से कितनी बार बात की या कितनी अच्छी बातचीत की इसका संबंध आपके कम अकेले, खुष और ज्यादा जुड़े हुए रहने से है. 

हालांकि, इस अध्ययन का कहना है कि एक बार काफी है लेकिन बार-बार हो तो बेहतर है. जिन लोगों ने ज्यादा क्वालिटी कंवर्सेशन की, उनके दिन ज्यादा बेहतर थे. इसका मतलब यह है कि आपने अपने दोस्तों की जितनी ज्यादा बात सुनी, जितनी ज्यादा केयर दिखाई, जितना दूसरों की राय को महत्व दिया, उतना ही आपने अच्छा महसूस किया. 

हॉल का कहना है कि आपके दोस्त के साथ एक अच्छी बातचीत से ही बहुत कुछ अच्छा हो जाता है. इसलिए जब भी दोस्तों से बात करें तो क्वालिटी टॉक करें ताकि आपका स्ट्रेस कम हो और आपको अच्छा लगे.