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जीने का जज़्बा! कैंसर को हराकर पाई नई जिंदगी, इस स्पेशल ट्रीटमेंट से दी ब्रेन कैंसर को मात

सायमा का कहना है कि उनको सर में असहनीय दर्द होता था, साथ ही उनकी देखने की शक्ति भी खत्म होती जा रही थी. साइमा के सर से मां का साया बचपन में ही छिन गया था. ऐसे में अपने भाई और पिता के खाने पीने और बाकी काम की जिम्मेदारी साइमा पर आ गई थी. लेकिन इस बीमारी की जकड़ में आने के बाद जहां उनकी पढ़ाई छूटी, वहीं उनके काम भी छूट गए थे.

 कैंसर को हराकर पाई नई जिंदगी कैंसर को हराकर पाई नई जिंदगी
हाइलाइट्स
  • कैंसर को हराकर पाई नई जिंदगी

  • पिता के खाने-पीने की जिम्मेदारी भी थी सर पर

ब्रेन कैंसर को सबसे खतरनाक कैंसर में से एक माना जाता है. लेकिन कहते हैं कि अगर किसी में ठीक होने का जज़्बा हो, तो आप किसी भी बीमारी को मात दे सकते हैं. ये साइमा का जज्बा ही है जिसके कारण आज वे कैंसर को मात दे पाई हैं. साइमा आज ब्रेन कैंसर को हराकर एकदम स्वस्थ हैं और अपने परिवार के साथ खुश हैं. 

दरअसल, सायमा को 2018 में ब्रेन ट्यूमर हुआ था बाद में वो कैंसर में बदल गया. कई जगह उनका इलाज करवाया गया, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. 

पिता के खाने-पीने की जिम्मेदारी भी थी सर पर 

सायमा का कहना है कि उनको सर में असहनीय दर्द होता था, साथ ही उनकी देखने की शक्ति भी खत्म होती जा रही थी. साइमा के सर से मां का साया बचपन में ही छिन गया था. ऐसे में अपने भाई और पिता के खाने पीने और बाकी काम की जिम्मेदारी साइमा पर आ गई थी. लेकिन इस बीमारी की जकड़ में आने के बाद जहां उनकी पढ़ाई छूटी, वहीं उनके काम भी छूट गए थे.

डेनड्रिटिक सेल थेरेपी से हुआ ट्रीटमेंट 

आपको बताते चलें, सायमा के पिता ने उनका इलाज दिल्ली में शुरू करवाया. डॉक्टर्स ने एक खास मेडिकल ट्रीटमेंट डेनड्रिटिक सेल थेरेपी (Dendritic cell therapy) से सायमा का इलाज शुरू किया गया. आज इसी की बदौलत वे एकदम एकदम स्वस्थ हैं. 

सायमा का बचपन से सपना एक टीचर बनने का रहा है. अब ठीक होने के बाद सबसे पहले उन्होंने  बीएड की परीक्षा दी है. वो काफी खुश हैं कि उन्हें दोबारा जीवन जो मिला है.

क्या है ये ट्रीटमेंट?

डेनड्रिटिक सेल थेरेपी एक ऐसा मेडिकल ट्रीटमेंट है जिसमें शरीर की सेल्स को रिवाइव किया जाता है, शरीर की वो सेल जो कैंसर सेल्स को पहचानना भूल गई हैं, उन्हें डेवलप किया जाता है. जिसके बाद वे सेल्स अपनी खोई हुई ताकत वापस पाती हैं और कैंसर की सेल्स को हराने में मदद करती हैं.

(भरत चौहान की रिपोर्ट)