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NDA से पहले SSB में हुआ था चयन, दोस्त ने फॉर्म नहीं भरा तो खुद भर दिया, अब अंतरिक्ष जाएंगे विंग कमांडर शुंभांशु

शुभांशु की बहन शुचि बताती हैं कि शुभांशु को घर में लोग प्यार से गुंजन बुलाते हैं. बचपन से ही शुभांशु पढ़ने में काफी अच्छे थे. वे अपने काम को लेकर बहुत ही सजग और स्पष्ट थे. शायद यही वजह है कि आज वे इतनी बुलंदियों पर हैं. 

Wing Commander Shubhanshu Wing Commander Shubhanshu
हाइलाइट्स
  • बचपन से ही जाना चाहते थे सेना में  

  • लखनऊ में हुई है पढ़ाई लिखाई

लखनऊ का एक युवा अंतरिक्ष की उड़ान भरने वाला है. ये और कोई नहीं बल्कि शुभांशु शुक्ला हैं. आसमान की उड़ान भरते-भरते एयरफोर्स पायलट और विंग कमांडर शुभांशु जल्द ही इसरो के गगनयान प्रोजेक्ट के जरिए अंतरिक्ष में जाने वाले हैं. इसका एलान खुद पीएम मोदी ने किया है. इसके बाद से ही विंग कमांडर शुभांशु के घरवालों में खुशी का ठिकाना नहीं है. 

शुभांशु की बड़ी बहन ने बताया कि उनका परिवार काफी खुश है और ये उनके लिए काफी बड़ा दिन है. वे कहती हैं, “हम परिवार वालों के लिए बहुत बड़ा दिन है. सिर्फ हमारे लिए ही नहीं बल्कि पूरे भारतवासियों के लिए. शुभांशु आज आसमान की बुलंदियों को छू रहा है.”

घर में बुलाते है गुंजन 

शुभांशु की बहन शुचि बताती हैं कि शुभांशु को घर में लोग प्यार से गुंजन बुलाते हैं. बचपन से ही शुभांशु पढ़ने में काफी अच्छे थे. वे अपने काम को लेकर बहुत ही सजग और स्पष्ट थे. शायद यही वजह है कि आज वे इतनी बुलंदियों पर हैं. 

बचपन से ही जाना चाहते थे सेना में  

हालांकि, शुभांशु को भाई बचपन से ही सेना में जाना था. इसके पीछे की कहानी बताते हुए शुचि ने कहा कि उनके भाई शुभांशु ने ऐसे ही अपने एक दोस्त का फॉर्म फिल कर दिया था, क्योंकि उनका दोस्त जो फॉर्म एनडीए के लिए लाया था वो उसने नहीं भरा था. दोस्त ने फॉर्म भरने के लिए शुभांशु को कहा. वे बताती हैं, “मेरे भाई ने फॉर्म भर दिया और उसका चयन 12वीं कक्षा के बाद एनडीए में हो गया था. जबकि एनडीए से पहले शुभांशु ने एसएसबी का फॉर्म भरा था उसमें भी उसका चयन हो गया था. लेकिन बाद में उसने एनडीए ज्वाइन कर लिया था.” 

शुचि कहती हैं, “शुभांशु ने एनडीए में जाने से पहले कहा था कि वे 6 महीने के लिए एनडीए में जा रहा हैं, अगर अच्छा लगा तो वह उसे आगे करेगा. लेकिन उसका मन वहां लग गया और वह रुक गया. शुभांशु काफी मेहनती है.” 

लखनऊ में हुई है पढ़ाई लिखाई

पढ़ाई लिखाई के बारे में बहन शुचि ने बताया कि शुभांशु की बचपन की पढ़ाई लखनऊ स्थित अलीगंज के सीएमएस स्कूल से हुई है. पढ़ाई के समय में बचपन में दोनों बहनें उनसे चिढ़ती थी, क्योंकि वे ज्यादा पढ़ाई नहीं करते थे लेकिन रिजल्ट उनका काफी अच्छा आता था. शुभांशु घर में सबके लाडले हैं और यही कारण है कि उन्हें सब घर में प्यार से गुंजन बुलाते हैं. 

विंग कमांडर की बहन ने बताया कि इसरो के जरिए जो एस्ट्रोनॉट्स स्पेस में जाएंगे उनको लेकर जानकारी पीएम मोदी से ही मिली है. जब ये जानकारी मिली तो हमें बहुत खुशी हुई. घोषणा के बाद शुभांशु से भी बात हुई वो भी बहुत खुश है. हमें जब पता चला की शुभांशु अंतरिक्ष में जाएगा तो वो पल हम लोगों के रोंगटे खड़े करने वाला था. रिश्तेदारों के लगातार फोन आ रहे हैं सभी शुभांशु के लिए शुभकामनाएं और बधाई दे रहे हैं. 

बता दें, शुभांशु के पिता सरकारी नौकरी में थे, अब वे रिटायर हो चुके हैं. उनकी मां हाउस वर्कर हैं. वे कुल मिलाकर तीन भाई बहन हैं, जिसमें सबसे छोटे शुभांशु हैं. 

(सत्यम मिश्रा की रिपोर्ट)