

चार दशक बाद एक बार फिर किसी भारतीय ने अंतरिक्ष की यात्रा की है, और यह ऐतिहासिक अवसर मिला है लखनऊ में जन्मे अंतरिक्ष यात्री और ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को. हाल ही में, लोक भवन में आयोजित नागरिक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्ला को सम्मानित किया. सीएम योगी ने कहा कि शुक्ला की उपलब्धि न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है और उनकी यह यात्रा युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है.
लोक भवन में भव्य सम्मान समारोह
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्ला को सम्मानचिह्न और शॉल भेंट की. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक और महापौर सुषमा खरकवाल ने भी शुक्ला और उनके परिवार को बधाई दी. कार्यक्रम के दौरान शुक्ला के अंतरिक्ष मिशन पर आधारित एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई, जिसमें दिखाया गया कि कैसे उन्होंने 18 दिनों में 320 बार पृथ्वी की परिक्रमा की.
शुक्ला के नाम पर स्कॉलरशिप की घोषणा
सीएम योगी ने इस अवसर पर शुभांशु शुक्ला स्कॉलरशिप योजना की घोषणा की, जो अंतरिक्ष विज्ञान और तकनीक में करियर बनाने वाले छात्रों के लिए होगी. उन्होंने राज्य के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को निर्देश दिया कि शुक्ला के अनुभवों और एक्सपर्टीज़ का फायदा छात्रों और रिसर्चर्स तक पहुंचे. योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब 12 से ज्यादा संस्थानों में अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े पाठ्यक्रम और डिग्री प्रोग्राम शुरू हो चुके हैंय
उन्होंने कहा, “तीन-चार साल पहले राज्य की किसी भी यूनिवर्सिटी या संस्थान में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी पर कोई पाठ्यक्रम, डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट प्रोग्राम नहीं था. आज दर्जनों तकनीकी संस्थानों में ये कोर्स हो रहे हैं. यह इस बात का प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश अब भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.”
भारत की अंतरिक्ष यात्रा में योगदान
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य तय किया है और इसके लिए विज्ञान और तकनीक के हर क्षेत्र में नए अवसरों को अपनाना जरूरी है.
उन्होंने गर्व जताते हुए कहा, “शुभांशु शुक्ला के पिता राज्य सचिवालय में कार्यरत रहे, और आज उनका बेटा न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश का नाम रोशन कर रहा है. 18 दिनों में 320 बार पृथ्वी की परिक्रमा करके शुभांशु ने इस ऐतिहासिक यात्रा के महत्व और उद्देश्य को साबित किया है.”
सीएम ने आगे कहा कि शुक्ला का अंतरिक्ष अनुभव जलवायु परिवर्तन, बाढ़, सूखा, कृषि संकट और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में उन्नत तकनीक के उपयोग में मदद करेगा. उन्होंने शुक्ला की उपलब्धि को 2027 में प्रस्तावित गगनयान मिशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया.
शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष अनुभव
कार्यक्रम के दौरान ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष में बिताए अपने 18 दिनों के अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि जब कोई पहली बार अंतरिक्ष में पहुंचता है, तो शरीर में कई जैविक परिवर्तन होते है.
उन्होंने बताया, “स्पेस स्टेशन पर पहली बार पहुंचने पर शरीर में माइक्रोग्रैविटी का असर होता है. खून सिर की ओर तेजी से बहता है, जिससे सिर भारी हो जाता है. दिल की धड़कन धीमी हो जाती है क्योंकि उसे गुरुत्वाकर्षण के खिलाफ काम नहीं करना पड़ता. यहां तक कि पेट की सामग्री भी तैरने लगती है, जिससे शरीर उलझन में पड़ जाता है. भूख कम लगती है और जीवित रहना ही एक चुनौती बन जाता है."
शुक्ला ने आगे कहा कि अंतरिक्ष में वैक्यूम, चरम तापमान और हवा की कमी जैसी परिस्थितियों में जीवन बनाए रखना मुश्किल है. यह सब सिर्फ मानव इंजीनियरिंग की अद्भुत उपलब्धि है. जब भारत अपना पहला स्वतंत्र अंतरिक्ष मिशन लॉन्च करेगा, तो हम दुनिया के चौथे देश बनेंगे, जिसके पास यह क्षमता होगी.
मिला है नागरिक सम्मान
अंतरिक्ष से लौटने के बाद लखनऊ में अपने नागरिक सम्मान पर शुक्ला ने कहा, “आज मैंने सच में समझा कि ‘स्माइल, यू आर इन लखनऊ’ का क्या मतलब होता है. यहां जो स्वागत हुआ, वह दिल्ली से भी बढ़कर था. यहां आज 2000 से ज्यादा सेल्फी ली गईं. मेरा मानना है कि मेरे मिशन से जो गति बनी है, उसकी शुरुआत यहीं उत्तर प्रदेश से होनी चाहिए. मेरा संदेश बच्चों के लिए है- 2040 तक आपमें से कोई एक जरूर चांद पर जाएगा, और उस प्रतिस्पर्धा में मैं भी आपके साथ खड़ा रहूंगा.”
यूपी के विकास की सराहना
कार्यक्रम में मौजूद इसरो (ISRO) के चेयरमैन वी. नारायणन ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का तेज विकास अब अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है.
नारायणन ने कहा, “सीएम योगी की पहल और योजनाओं के चलते उत्तर प्रदेश कई क्षेत्रों में नई ऊंचाइयां छू रहा है. यह न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है.”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी सराहना की और कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं और अब यह क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत स्थिति बना रहा है.
विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, मंत्री सुरेश खन्ना, अनिल कुमार, गिरीश चंद्र यादव, अजीत पाल, मनहर लाल कोरी, महापौर सुषमा खरकवाल, सांसद बृजलाल और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे.
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