सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही भ्रामक सूचनाओं के प्रति जागरूकता महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रतिदिन ऐसी तस्वीरें और वीडियो वायरल होते हैं जिनका "सच्चाई से दूर दूर तक नाता नहीं होता." कार्यक्रम में पुणे की एक घटना का विश्लेषण किया गया, जहाँ सड़क पर हुई मारपीट को पाकिस्तान के खिलाफ पोस्ट साझा करने पर हिंदू परिवार की पिटाई बताकर सांप्रदायिक रंग दिया गया, जबकि यह रोडरेज का मामला था. इसके अतिरिक्त, यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा तेल अवीव में मोसाद मुख्यालय पर हमले के दावे के साथ वायरल वीडियो की पड़ताल की गई, जो वास्तव में दिसंबर 2023 में हैदराबाद के एक अस्पताल में लगी आग का निकला.