भगवान राम की मुख्य स्तुति है "श्री रामचन्द्र कृपालु भजमन." - यह तुलसीदास जी द्वारा लिखित विनय पत्रिका में उल्लिखित है. यह स्तुति भगवान के स्वरुप और गुणों का वर्णन करती है. नियमित रूप से इस स्तुति को करने से संस्कार शुद्ध होते हैं. व्यक्ति को ईश्वरीय कृपा का अनुभव होता है. नित्य संध्याकाळ में इस स्तुति को करना सबसे ज्यादा शुभ होता है. परिवारजनों के इस स्तुति को करने से समस्त परिवार का मंगल होता है.
The main praise of Lord Rama is "Shri Ramchandra Kripalu Bhajaman." - This is mentioned in Vinay Patrika written by Tulsidas ji. This praise describes the nature and qualities of God. By reciting this praise regularly the sanskars are purified