दुनिया के देशों के बीच पांचवीं पीढ़ी के जेट हासिल करने की होड़ लगी है. जो अपने यहां बनाने में सक्षम नहीं हैं वो अमेरिका, रूस और चीन से खरीद रहे हैं। दरअसल दुनिया की हर सेना आने वाले समय में फिफ्थ जनरेशन फाइटर प्लेन की अहमियत को समझ रही है. अपने शत्रु से रणनीति और तकनीक के मामले में बेहतर होने का नतीजा रणक्षेत्र में क्या होता है ये ऑपरेशन सिंदूर के समय सारी दुनिया ने देखा। जब भारतीय वायुसेना के सामर्थ्य और साहस के आगे पाकिस्तान घुटनों पर आ गया। यही वजह है कि दुनिया की हर सेना 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट को अपने बेड़े में शामिल करना चाहती है.