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Gautam Gambhir: कई मैचों में टीम इंडिया को दिलाई जीत, बल्ले से पाकिस्तान से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक के छुड़ाए छक्के, जानें इस दिलेर खिलाड़ी के रिकॉर्ड्स 

Happy Birthday Gautam Gambhir: गौतम गंभीर को बड़े मौकों पर बड़ी पारियां खेलने के लिए जाना जाता था. इस खिलाड़ी ने साल 2007 में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 में हुए वनडे वर्ल्ड कप में बेहतरीन पारी खेल भारत को चैंपियन बनाने में मुख्य भूमिका निभाई थी.

Happy Birthday Gautam Gambhir Happy Birthday Gautam Gambhir
हाइलाइट्स
  • गौतम गंभीर का जन्म 14 अक्टूबर 1981 को हुआ था

  • गंभीर के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 10 हजार से अधिक हैं रन 

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विस्फोटक ओपनर गौतम गंभीर का जन्म आज ही के दिन 14 अक्टूबर 1981 को दिल्ली में हुआ था. गंभीर ने टीम इंडिया को दो वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका अदा की है. उन्होंने साल 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 में हुए वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबलों में बेहतरीन पारियां खेल टीम इंडिया को चैंपियन बनाया. आइए आज भारत के इस दिलेर खिलाड़ी के जन्मदिन पर उनके करियर और जिंदगी की अहम बातें जानते हैं.

2003 में भारत के लिए खेला था पहला मैच 
गौतम गंभीर का जन्म एक बिजनेसमैन परिवार में हुआ. गौतम के पिता का नाम दीपक गंभीर और मां का नाम सीमा गंभीर है. गंभीर जब महज 18 दिन के थे तो उन्हें उनके नाना-नानी ने गोद ले लिया था. गंभीर की पूरी उम्र अपने ननिहाल में ही बीती. गौतम गंभीर ने 2003 में भारत के लिए पहला मैच खेला था. 2016 में आखिरी इंटरनेशनल मैच खेलने वाले गंभीर ने 2018 में क्रिकेट से संन्यास लिया. उनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 10 हजार से ज्यादा रन हैं. वह टीम इंडिया की कप्तानी भी कर चुके हैं. गौतम गंभीर क्रिकेट से संन्यास के बाद राजनीति में आ गए. अभी गंभीर पूर्वी दिल्ली से भाजपा के सांसद हैं.

ऐसे हैं रिकॉर्ड्स
गौतम गंभीर ने भारत के लिए 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 टी-20 मैच खेले. गंभीर ने टेस्ट में 41.95 की औसत से 4154 रन बनाए. वनडे में उनके बल्ले से 39.68 की औसत से 5238 रन निकले. वहीं टी-20 में इस बल्लेबाज ने 27.41 की औसत से 932 रन बनाए. गौतम गंभीर ने अपने करियर में 20 इंटरनेशनल शतक ठोके. टेस्ट में उन्होंने 9 और वनडे में 11 सेंचुरी जड़ी. वहीं टी-20 में गंभीर ने 7 अर्धशतक लगाए. गौतम गंभीर ने अपने पूरे करियर में 64 शतक लगाए. उनके नाम 43 फर्स्ट क्लास और 21 लिस्ट ए शतक हैं. गौतम गंभीर को 2009 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

पाकिस्तान के खिलाफ रहा है खास नाता
पाकिस्तान के खिलाफ गौतम गंभीर का खास नाता रहा है. बल्ले के साथ ही जुबान से मैदान पर उन्होंने पाकिस्तानियों के छक्के छुड़ाए हैं. संन्यास के बाद भी पाकिस्तानी से उनकी जुबानी जंग चलती रहती है. 

चौका खाने के बाद जब चिढ़ गए थे अफरीदी
2007 में पाकिस्तान की टीम भारत के दौरे पर थी. वनडे सीरीज का तीसरा मैच कानपुर में खेला जा रहा था. गौतम गंभीर ने शाहिद अफरीदी की गेंद पर चौका मारा. इसके बाद अफरीदी चिढ़ गए. उन्होंने गंभीर को कुछ बोला. अगली गेंद पर रन भागने की कोशिश में गंभीर की कोहनी अफरीदी को लग गई. गंभीर ने आरोप लगाया कि अफरीदी रन लेने के बीच में आ गए. इसके बाद गंभीर कहां शांत रहने वाले थे. दोनों गुस्से में एक-दूसरे के सामने आए और तीखी बहस हुई. अंपायरों ने बीच में आकर मामला शांत करवाया.

गंभीर ने पाक के खिलाफ खेली शानदार पारी 
2007 टी-20 वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया था. भारतीय टीम का कोई बल्लेबाज क्रीज पर नहीं टिक पा रहा था, लेकिन गौतम गंभीर ने एक छोर संभाल लिया. लगातार विकेट गिरने के बीच उन्होंने 75 रनों की शानदार पारी खेली. भारत ने मैच में 157 रन बनाए थे. भारत ने मुकाबले को अपने नाम किया.

कामरान अकमल को सीखाया सबक
2010 एशिया कप में दांबुला में पाकिस्तान और भारत का मुकाबला हुआ था. पाकिस्तान ने पहले खेलते हुए 267 रन बनाए थे. जवाब में भारत के लिए विरेंद्र सहवाग और विराट कोहली का बल्ला नहीं चला लेकिन गौतम गंभीर एक छोर पर टिक गए. 34वें ओवर में कामरान अकमल ने गंभीर के खिलाफ जोरदार अपील की लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया. इसके बाद अकमल ने गंभीर को कुछ कहा और इसके बाद दोनों की तीखी बहस हो गई. अन्य खिलाड़ियों और अंपायर्स को बीच-बचाव करना पड़ा. गंभीर ने भारत के लिए सबसे ज्यादा 83 रन बनाए और टीम विजेता बनी.

श्रीलंका के खिलाफ 97 रन बनाकर भारत को दिलाई थी जीत 
साल 2009 में गंभीर आईसीसी रैंकिंग में नंबर वन टेस्ट बल्लेबाज बने. गंभीर ने साल 2011 के वनडे विश्व कप फाइनल में फिर श्रीलंका के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में शानदार पारी खेलकर टीम इंडिया को वनडे में दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की. उस मुकाबले में भारत ने सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग का विकेट जल्दी खो दिया था. 

इसके बाद गंभीर ने मोर्चा संभाला और श्रीलंकाई गेंदबाजों का डटकर सामना किया. गौतम गंभीर ने 122 गेंदों पर 97 रन की पारी खेली. इस दौरान उन्होंने 9 चौके लगाए. गंभीर ने पहले विराट कोहली के साथ मिलकर 83 रन की साझेदारी की फिर एमएस धोनी के साथ 109 रन जोड़े. इस मुकाबले को भारत ने छह विकेट से जीता. गंभीर को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. 

कोहली को गिफ्ट कर दिया था अपना मैन ऑफ द मैच
गौतम गंभीर युवा खिलाड़ियों को सपोर्ट करने में सबसे आगे रहने वाले सीनियर्स में शामिल हैं. 2009 गंभीर ने अपना मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड विराट कोहली को दे दिया था. बात 24 दिसंबर 2009 की है. चौथे वनडे में श्रीलंका ने भारत को 316 रनों का लक्ष्य दिया था. भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही. सचिन-सहवाग आउट हो चुके थे. 23 रनों के स्कोर पर गंभीर और कोहली ने मोर्चा संभाला और दोनों ने साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 224 रनों की साझेदारी निभाई.

कोहली 107 पर आउट हुए, तो गंभीर ने 150 रनों की नाबाद पारी खेली थी. भारत ने यह मैच इन दोनों की शानदार पारियों की बदौलत 7 विकेट से जीता था. मैच खत्म होने के बाद गौतम गंभीर को उनकी शानदारी पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया. लेकिन उन्होंने खुद को इस खिताब का सही हकदार नहीं बताते हुए मैन ऑफ द मैच का यह पुरस्कार विराट कोहली को दे दिया. बता दें, इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट कोहली का यह पहला शतक था. 

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जड़ा था दोहरा शतक
गौतम गंभीर ने टेस्ट करियर में कई अच्छी पारियां खेली हैं. उन्होंने दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरा शतक जड़ा था. साल 2008 में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर आई थी. इस दौरान सीरीज का तीसरा मैच दिल्ली में खेला गया. भारत ने 613 रन बनाकर पहली पारी घोषित कर दी. इस दौरान गंभीर ने दमदार प्रदर्शन किया. 

उन्होंने 380 गेंदों का सामना करते हुए 206 रन बनाए. गंभीर की इस पारी में 26 चौके और एक छक्का शामिल रहा. टीम इंडिया के जवाब में उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 577 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. इसके बाद भारतीय टीम दूसरी पारी खेलने मैदान में उतरी. भारत ने 208 रन बनाकर दूसरी पारी घोषित कर दी. इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम मैच के आखिरी दिन 31 रन ही बना सकी. यह मैच ड्रॉ हो गया. 

गंभीर की कप्तानी में भारत ने न्यूजीलैंड का 5-0 से हराया था
मार्च 2009 में गौतम गंभीर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर टेस्ट में ऐतिहासिक टेस्ट पारी खेली. गंभीर ने 436 गेंदों में 137 रनों की पारी खेली. वो 643 मिनट तक विकेट पर डटे रहे और उन्होंने टीम इंडिया की हार टाली. साल 2010 में गौतम गंभीर को न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज के लिए कप्तान बनाया गया. गंभीर की कप्तानी में भारत ने न्यूजीलैंड का 5-0 से सफाया किया और बतौर भारतीय कप्तान उनका जीत प्रतिशत 100 फीसदी रहा. इस सीरीज में वो मैन ऑफ द सीरीज भी चुने गए थे.

गंभीर की कप्तानी में केकेआर ने दो बार जीता आईपीएल खिताब
गौतम गंभीर ने दिसंबर 2018 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया. उन्होंने अपनी कप्तानी में कोलकाता नाइटराइडर्स को दो बार आईपीएल चैंपियन बनाया. केकेआर की टीम साल 2012 और 2014 में खिताब जीतने में सफल रही थी.