
भारत हॉकी विश्वकप पर कब्जा जमाने के लिए तैयार है. अगले 13 से 29 जनवरी तक मैच खेला जाएगा.ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के साथ-साथ राउरकेला को इसकी मेजबानी मिली है. हॉकी विश्व कप सबसे पहले 1971 में खेला गया था. उस समय से लेकर अबतक भारत सिर्फ एक बार 1975 में चैंपियन बन सका है. पाकिस्तान सर्वाधिक चार बार इस टूर्नामेंट को जीत चुका है.
भारत
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ओलंपिक के इतिहास में सबसे बेहतरीन टीमों में से एक है, विश्व कप में भले ही उनका रिकॉर्ड उतना अच्छा नहीं रहा हो, लेकिन ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने डंका जरूर बजाया है. 1975 में मलयेशिया की मेजबानी में भारत पहली बार विश्वकप में चैंपियन बना.उसने फाइनल में पाकिस्तान को 2-1 से हराकर खिताब पर कब्जा किया.दोनों टीमें दूसरी बार फाइनल में पहुंची थीं.पाकिस्तान दूसरा खिताब जीतने से चूक गया और भारतीय टीम ने इतिहास रच दिया.भारत के लिए फाइनल में सुरजीत सिंह रंधावा और अशोक कुमार ने दो गोल किए थे. टीम के मैनेजर बलबीर सिंह सीनियर थे और कप्तान अजीतपाल सिंह थे.
पाकिस्तान
पहली बार हॉकी विश्व कप का आयोजन 1971 में हुआ था. पाकिस्तान ने फाइनल में मेजबान स्पेन को 1-0 से हराकर खिताब अपने नाम किया था.उसने सेमीफाइनल में भारत को हराया था.भारतीय टीम ने केन्या को 2-1 से हराकर कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था. 1978 में अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में हुए विश्वकप में भी पाकिस्तान विजेता बना था. उसने नीदरलैंड को 3-2 से हराकर दूसरी बार खिताब जीत लिया था. 1982 में भारत को पहली बार हॉकी विश्व कप की मेजबानी करने का मौका मिला.हालांकि टीम इंडिया सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच पाई.पाकिस्तान ने लगातार दूसरा और कुल तीसरा खिताब जीत लिया.उसने फाइनल में वेस्ट जर्मनी को हराया. 1994 में ऑस्ट्रेलिया में पहली बार हॉकी विश्व कप खेला गया था.सिडनी में पाकिस्तान की टीम चैंपियन बनी.उसने चौथी बार खिताब पर कब्जा किया.उसने नीदरलैंड को फाइनल में हराया था.निर्धारित समय तक मुकाबला 1-1 की बराबरी पर रहने के बाद पाकिस्तान ने पेनल्टी स्ट्रोक्स में नीदरलैंड को 4-3 से हराया था.
नीदरलैंड
1973 में दूसरे हॉकी विश्व कप का आयोजन नीदरलैंड के एम्सटेलवीन में किया गया था. इस बार भारतीय टीम फाइनल में पहुंची.नीदरलैंड के खिलाफ खिताबी मुकाबला 2-2 से बराबर रहने के बाद पेनल्टी स्ट्रोक्स से चैंपियन का फैसला हुआ.नीदरलैंड ने 4-2 से भारत को हराकर खिताब जीत लिया.1990 में पाकिस्तान को पहली बार मेजबानी करने का अवसर मिला था. नीदरलैंड ने फाइनल में पाक को 3-1 से हरा दिया था.1998 में नीदरलैंड ने अपनी मेजबानी में खिताब जीता था.उसने फाइनल में स्पेन को 3-2 से हराया था.पहली बार फाइनल मुकाबला यूरोप की दो टीमों के बीच खेला गया था.नीदरलैंड तीसरी बार चैंपियन बनने में सफल रहा था.
ऑस्ट्रेलिया
1986 में इंग्लैंड को पहली बार टूर्नामेंट की मेजबानी मिली थी.लंदन में ऑस्ट्रेलिया की टीम चैंपियन बनी.उसने फाइनल में मेजबान इंग्लैंड की टीम को 2-1 से हराया था. 2010 में भारत की राजधानी नई दिल्ली को पहली बार टूर्नामेंट की मेजबानी का मौका मिला.फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने जर्मनी को 2-1 से हराकर खिताब पर कब्जा किया. 2014 में टूर्नामेंट की मेजबानी नीदरलैंड को मिली थी.ऑस्ट्रेलिया ने लगातार दूसरी बार खिताब पर कब्जा किया था.उसने मेजबान नीदरलैंड को फाइनल में हराया था.
जर्मनी
2002 में जर्मनी ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर खिताब पर कब्जा किया.मलयेशिया में खेले गए टूर्नामेंट में उसने शानदार प्रदर्शन किया.फाइनल में कंगारू टीम के खिलाफ जर्मनी ने 2-1 से जीत हासिल की थी. 2006 में जर्मनी ने लगातार दूसरी बार खिताब अपने नाम किया.जर्मनी ने फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 4-3 से हराया था.
बेल्जियम
2018 भारत को मेजबानी का मौका मिला था. बेल्जियम ने इतिहास रचते हुए पहली बार खिताब पर कब्जा कर लिया.उसने नीदरलैंड को हराया था. बेल्जियम ने पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से फाइनल को जीत लिया.
जानें कब और किसने जमाया कप पर कब्जा
साल विजेता उप-विजेता तीसरा स्थान
1971 पाकिस्तान स्पेन भारत
1973 नीदरलैंड भारत वेस्ट जर्मनी
1975 भारत पाकिस्तान वेस्ट जर्मनी
1978 पाकिस्तान नीदरलैंड ऑस्ट्रेलिया
1982 पाकिस्तान वेस्ट जर्मनी ऑस्ट्रेलिया
1986 नीदरलैंड इग्लैंड वेस्ट जर्मनी
1990 नीदरलैंड पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया
1994 पाकिस्तान नीदरलैंड ऑस्ट्रेलिया
1998 नीदरलैंड स्पेन जर्मनी
2002 जर्मनी ऑस्ट्रेलिया नीदरलैंड
2006 जर्मनी ऑस्ट्रेलिया स्पेन
2010 ऑस्ट्रेलिया जर्मनी नीदरलैंड
2014 ऑस्ट्रेलिया नीदरलैंड अर्जैंटीना
2018 बेल्जियम नीदरलैंड ऑस्ट्रेलिया