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Asian Youth & Junior Boxing Championships: विश्वनाथ-वंशज ने जीता गोल्ड, भारत के हिस्से आये कुल 39 मेडल   

इंडियन बॉक्सिंग फेडरेशन के मुताबिक, वंशज सोनीपत के रहने वाले हैं और 18 साल के हैं. उनके नाम 32वां हरियाणा सब-जूनियर पुरुष स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीतने का ख़िताब भी है, इसके अलावा वंशज 29वीं जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप भी जीत चुके हैं.   

Asian Youth & Junior Boxing Championships Asian Youth & Junior Boxing Championships
हाइलाइट्स
  • भारत के हिस्से में कुल 39 मेडल आए हैं

  • वंशज ने युवा पुरुष वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया है

जॉर्डन के अम्मान में चल रहे एशियाई युवा एवं जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप के पुरुष वर्ग में विश्वनाथ सुरेश और वंशज ने भारत की झोली में गोल्ड मेडल डाले हैं. विश्वनाथ ने जहां 48 किलोग्राम की कैटेगरी में ये मेडल पाया है तो वहीं वंशज ने 63.5 किलोग्राम कैटेगरी में. इसके साथ ही भारत के हिस्से में अब कुल मिलाकर 15 गोल्ड, 10 सिल्वर और 14 ब्रॉन्ज यानि कुल 39 मेडल आए हैं. 

कैसा रहा विश्वनाथ और वंशज का मैच?

आपको बता दें, विश्वनाथ सुरेश चेन्नई के रहने वाले हैं. सोमवार देर रात खेले गए 48 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में किर्गिस्तान के एर्गेशोव बेकजात के खिलाफ उन्होंने बड़ी जीत हासिल की है. इसके बाद, सोनीपत के रहने वाले वंशज ने युवा पुरुष वर्ग में दूसरा गोल्ड मेडल हासिल किया है. इसके लिए उनका फाइनल मैच 63.5 किलोग्राम भारवर्ग में उज्बेकिस्तान के जवोखिर उम्मातालिव के साथ था, जिसमें उन्होंने 4-1 से जीत दर्ज की है.

कौन हैं वंशज?

दरअसल, इतनी छोटी सी उम्र में भी वंशज का शानदार करियर रहा है. खेलो इंडिया गेम्स में एक के बाद एक गोल्ड मेडल हो या एएसबीसी जूनियर एशियन चैंपियनशिप 2019 और हंगरी 2019 में 69वें बोर्नमिज़ा इंटरनेशनल टूर्नामेंट में मेडल, सभी जगह वंशज अपना बेस्ट देते आए हैं. इंडियन बॉक्सिंग फेडरेशन के मुताबिक, वंशज सोनीपत के रहने वाले हैं और 18 साल के हैं. उनके नाम 32वां हरियाणा सब-जूनियर पुरुष स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीतने का ख़िताब भी है, इसके अलावा वंशज 29वीं जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप भी जीत चुके हैं.   

किस-किसके हिस्से आया कौन सा मेडल?

महिलाओं में जीतने वालों के नाम 

गोल्ड मेडल :  निवेदिता कार्की (48 किग्रा), तमन्ना (50 किग्रा), शाहीन गिल (60 किग्रा), रवीना (63 किग्रा), मुस्कान (75 किग्रा)

सिल्वर मेडल : प्रियंका (66 किग्रा) और कीर्ति (+81)

ब्रॉन्ज मेडल: रेणु (52 किग्रा), तनीषा लांबा (54 किग्रा), प्राची (57 किग्रा), प्रांजल यादव (70 किग्रा) और स्नेहा (81 किग्रा)

पुरुष में जीतने वालों के नाम 

गोल्ड मेडल:  विश्वनाथ सुरेश (48 किग्रा) और वंशज (63.5 किग्रा)

सिल्वर मेडल: अमन सिंह बिष्ट (+92 किग्रा)

ब्रॉन्ज मेडल:  रमन (51 किग्रा), आनंद यादव (54 किग्रा) और दीपक (75 किग्रा)

जूनियर:

जीतने वाली लड़कियां 

गोल्ड मेडल:  विनी (50 किग्रा), यक्षिका (52 किग्रा), निकिता चंद (60 किग्रा), विधि (57 किग्रा), श्रुष्टि साठे (63 किग्रा), रुद्रिका (75 किग्रा)

सिल्वर मेडल:  माही सिवाच (46 किग्रा), पलक जाम्ब्रे (48 किग्रा), सुप्रिया देवी थोकचोम (54 किग्रा), खुशी पूनिया (80 किग्रा) और निर्झरा बाना (+80 किग्रा)

ब्रॉन्ज मेडल:  कृष्णा वर्मा (70 किग्रा)

लड़कों में जीतने वालों के नाम 

गोल्ड मेडल:  कृष पाल (46 किग्रा), यशवर्धन सिंह (60 किग्रा)

सिल्वर मेडल:  रवि सैनी (48 किग्रा) और ऋषभ सिंह शिखरवार (80 किग्रा)

ब्रॉन्ज मेडल: जयंत डागर (54 किग्रा), चेतन (57 किग्रा), जैक्सन सिंह लैशराम (70 किग्रा), देव प्रताप सिंह (75 किग्रा), गौरव म्हस्के (+80 किग्रा)