
IPL का फाइनल मुकाबला आज यानी 3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम खेला जाएगा. फाइनल में पंजाब किंग्स का मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से होगा. दोनों टीमें अपना पहला खिताब जीतने के लिए जोर आजमाइश करेंगी. आरसीबी के फैंस भी फाइनल को लेकर उत्साहित हैं. फैंस टीम का मनोबल बढ़ाने के लिए किसी भी तरह की कोई कमी नहीं रहने चाहते हैं. सोशल मीडिया पर आरसीबी के समर्थन में ‘ई साला कप नामदे’ ट्रेंड कर रहा है.
RCB की जीत पर 75 लाख का सट्टा-
दुनिया के कई दिग्गज भी आरसीबी के समर्थन में उतर गए हैं. इसी में एक कनाडाई रैपर ड्रेक हैं. उन्होंने विराट कोहली की टीम आरसीबी को अपना समर्थन दिया है. इतना ही नहीं, रैपर ड्रेक ने आरसीबी की जीत पर लाखों डॉलर का दांव भी लगाया है. कनाडाई रैपर ने आरसीबी की जीत पपर 75 हजार डॉलर का दांव लगाया है. रैपर ड्रेक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक स्क्रीनग्रैब शेयर किया है, जिसमें उन्होंने आरसीबी की खिताबी जीत पर 75 लाख अमेरिकी डॉलर का सट्टा लगाया है. इसका मतलब है कि कनाडाई रैपर ने 11.2 करोड़ रुपए का सट्टा लगाया है. अगर कोहली की टीम जीतती है तो रैपर को इतने पैसे मिलेंगे. उन्होंने अपने पोस्ट को Ee Sala cup Namde का कैप्सन दिया है, जिसने विश्वभर में RCB के फैंस को चौका दिया है.
Ee Sala cup Namde का क्या है मतलब-
Ee Sala cup Namde सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है. यह आरसीबी का चिर-परिचित नारा है. इसका मतलब है कि इस साल कम हमारा है. फैंस मीम्स और वीडियो के जरिए अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं. आरसीबी के फैंस की उम्मीदें और उत्साह आसमान छू रहे हैं. फैंस को उम्मीद है कि इस बार विराट कोहली की टीम मायूस नहीं करेगी और कप पर कब्जा करेगी.
पहले भी IPL में दांव लगा चुके हैं सिंगर ड्रेक-
कनाडा के सिंगर ड्रेक ग्रैमी विनर हैं. सिगंर ड्रेक ने इससे पहले भी आईपीएल में क्रिकेट पर सट्टा लगाया था. उन्होंने पिछले साल शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स पर दांव खेला था. साल 2024 में केकेआर की टीम को जीत मिली थी. अपने पोस्ट में सिंगर ड्रेक ने केकेआर का स्लोगन 'कोरबो, लोड़बो, जीतबो रहे' दिया था.
कभी चैंपियन नहीं बनी है RCB-
आईपीएल के इतिहास में आज तक आरसीबी ने कभी खिताब नहीं जीता है. हालांकि विराट कोहली की टीम 3 बार फाइनल खेल चुकी है. लेकिन खिताब नहीं जीत पाई है. आरसीबी की टीम को साल 2009, 2011 और 2016 में फाइनल खेलने का मौका मिला था. लेकिन टीम खिताब जीतने में नाकाम रही थी.
(ये स्टोरी अमृता सिन्हा ने लिखी है. अमृता जीएनटी डिटिल में बतौर इंटर्न काम करती हैं.)
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