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ICC एलीट पैनल में नितिन मेनन बरकरार... जानिए उस अंपायर की कहानी, जिनके फैसलों पर शक नहीं करते

Nitin Menon: भारत के लिए क्रिकेट जगत से खुशखबरी आई है. आईसीसी ने नितिन मेनन को आईसीसी एलीट पैनल में बरकरार रखा है. नितिन मेनन को पहली बार साल 2020 में एलीट पैनल में शामिल किया गया था. एस. वेंकटराघवन और एस रवि के बाद एलीट पैनल में शामिल होने वाले नितिन तीसरे भारतीय हैं.

Umpire Nitin Menon Umpire Nitin Menon
हाइलाइट्स
  • ICC एलीट पैनल में नितिन मेनन बरकरार

  • एस. वेंकटराघवन और एस रवि के बाद तीसरे अंपायर हैं नितिन

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने भारत के अंपायर नितिन मेनन को आईसीसी के एलीट पैनल में बरकरार रखा है. 38 साल के नितिन मेनन आईसीसी के एलीट पैनल में अकेले भारतीय हैं. आईसीसी ने मेनन का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ाया है. मेनन के साल 2020 में पहली बार एलीट पैनल में शामिल किया था. कोरोना काल में यात्रा बैन की वजह से आईसीसी ने स्थानीय अंपायरों को घरेलू मैचों में अंपायरिंग की इजाजत दी थी. इसलिए नितिन मेनन ने अब तक भारत में ही इंटरनेशनल मैचों में अंपायरिंग की थी. लेकिन अब वो विदेशों में भी अंपायरिंग करेंगे. अगले महीने श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच में न्यूट्रल अंपायरिंग करते नजर आएंगे.

68 इंटरनेशनल मैचों में की अंपायरिंग-
नितिन मेनन ने अब तक 68 इंटरनेशनल मैचों में अंपायरिंग कर चुके है. नितिन ने 11 टेस्ट और 30 वनडे में अंपायरिंग की है. इसके अलावा उन्होंने 27 टी-20 मुकाबले में भी मैदान पर फैसले देते नजर आए हैं. नितिन मेनन कई सालों से आईपीएल में भी अंपायरिंग कर रहे हैं.

टी-20 वर्ल्ड कप में की थी अंपायरिंग-
नितिन मेनन ने टी20 वर्ल्ड कप में अंपायरिंग की थी. उन्होंने वर्ल्ड कप के फाइनल में अंपायरिंग की थी. टी 20 फाइनल मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था. जिसमें नितिन मेनन साउथ अफ्रीका के मराइस इरास्मस और इंग्लैंड के रिचर्ड केटलबोरो ने मैदानी अंपायर की भूमिका निभाई थी. इस मैच में नितिन ने तीसरे अंपायर की भूमिका निभाई थी.

कौन हैं नितिन नवीन-
2 नवंबर 1983 को नितिन मेनन का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था. नितिन ने इंदौर के सेंट पॉल हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई की.  वो पढ़ाई में काफी अच्छे थे. नितिन अंपायरिंग से पहले क्रिकेट खेलते थे. उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए लिस्ट ए मैच खेला. नितिन मेनन के पिता नरेंद्र मोहन भी अंपायर थे. नितिन ने भी करियर की शुरुआत खिलाड़ी के तौर पर की थी. साल 2006 में नितिन ने अंपायरिंग के लिए बीसीसीआई की परीक्षा पास की. नितिन मेनन खाने-पीने के शौकीन हैं. वो हेल्थ को लेकर काफी गंभीर हैं.

नितिन के फैसले पर शक नहीं करते-
कहा जाता है कि नितिन मेनन के फैसले पर शक नहीं करते हैं. दरअसल भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे मैच चल रहा था. फाइनल मुकाबले में क्रुणाल पांड्या ने डेविड मलान के खिलाफ LBW की अपील की. लेकिन नितिन मेनन से इसे नकार दिया. इसके बाद कप्तान कोहली ने रिव्यू लिया. लेकिन रिव्यू में नितिन मेनन का फैसला सही निकला. इसपर मशहूर कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने कहा था कि जब नितिन मेनन कोई कोई फैसला देते हैं तो रिव्यू मत लीजिए.

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