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Sanskrit Cricket Match: धोती-कुर्ता में क्रिकेट खेलते हैं इन संस्कृत महाविद्यालयों के छात्र, टूर्नामेंट में की गई संस्कृत में कॉमेंट्री

वाराणसी में एक अनोखे क्रिकेट मैच का आयोजन हुआ जिसमें खिलाड़ी धोती-कुर्ता में खेल रहे थे और कॉमेंट्री संस्कृत भाषा में की जा रही थी.

Sanskrit Cricket Match Sanskrit Cricket Match
हाइलाइट्स
  • हर साल होता है संस्कृत क्रिकेट मैच का आयोजन 

  • चार टीमों ने लिया मैच में भाग 

क्रिकेट भले ही खेल अंग्रेजों का खेल है और इसे जेंटलमैन गेम कहा जाता है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस खेल को चुटियाधारी वेदपाठी छात्र पारंपरिक वेशभूषा में भी खेल रहें हैं. यकीन नहीं होता तो आपको वाराणसी के संपूर्णानंद खेल मैदान में जाना चाहिए. यहां पर संस्कृत और वेद की शिक्षा लेने वाले छात्रों की टीमें अपनी पारंपरिक वेशभूषा में खूब चौके-छक्के मार रही है. 

भारत को इस साल जी-20 की अध्यक्षता मिली है, जिसके मद्देनजर संस्कृत भाषा के उत्थान को देखते हुए इस अनोखे क्रिकेट खेल में कॉमेंट्री भी संस्कृत में ही की जा रही है. आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले साल पीएम मोदी ने अपने मन की बात में काशी के इस अनोखे संस्कृत क्रिकेट मैच की तारीफ की थी. 

हर साल होता है संस्कृत क्रिकेट मैच का आयोजन 
शायद ही देश के किसी स्टेडियम में संस्कृत भाषा में कमेंट्री हुई हो. देश ही नहीं, बल्कि विदेश में भी ऐसा नहीं हुआ होगा जो शनिवार को सिगरा स्थित डा. संम्पूर्णानन्द संस्कृत स्पोर्ट्स स्टेडियम में हुआ. मौका था संस्कृत भाषा और इसके संवर्धन का. वाराणसी के शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 79वें स्थापनोत्सव पर संस्कृत क्रिकेट मैच के भव्य आयोजन किया गया था.

कार्यक्रम संयोजक और शास्त्रार्थ महाविद्यालय के  प्राचार्य पवन कुमार शुक्ल ने बताया कि यह अनोखा आयोजन देश में काशी में आयोजित होता आ रहा है. जिसकी प्रशंसा पीएम नरेंद्र मोदी भी "मन की बात" कार्यक्रम में कर चुके हैं. मैच में सारे नियम लगभग किसी अंतर्राष्ट्रीय मैच के ही समान है और एक दिन के इस मुकाबले में कुल चार टीमें नॉकआउट आधार पर खेल रही होती हैं.

चार टीमों ने लिया मैच में भाग 
अम्पायर की भूमिका में पूर्व खिलाड़ी धीरज मिश्रा और अनुज नीशी तिवारी तथा रेफरी के रूप में डा. अशोक पाण्डेय शामिल थे. इस मैच में चार टीमों ने भाग लिया, जिसमें श्री महाविद्यालय, इंटरनेशनल चंद्रमौलि चेरिटेबल संस्कृत संस्थान, चल्ला शास्त्री वेद-वेदांग संस्कृत विद्यालय व श्री भगवान् विष्णु स्वामी सतुआ बाबा संस्कृत विद्यालय शामिल थे. 

संस्कृत के छात्रों ने मंगलाचरण व वेद मन्त्रों का पाठ करते हुए मैदान में प्रवेश किया. तिलकधारी व लम्बी-लम्बी चुटियाधारी, धोती-कुर्ता में क्रिकेटरों को देखकर लोग रोमांचित हो गए. इन बच्चों के चौके-छक्कों पर तो सभी ने जोरदार तालियां भी बजायीं. संस्कृत क्रिकेट मैच खेल रहें छात्रों ने भी बताया कि पिछले 12 सालों से होने वाले इस खेल को अब प्रदेश, देश और अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक ले जाने की जरूरत है.