
क्रिकेट की दुनिया में विराट कोहली का बहुत बड़ा नाम है. विराट के लाखों-करोड़ों फैंस हैं जो उन्हें हर जगह फॉलो करते हैं और अपने क्रिकेटर की हर एक अपडेट जानना चाहते हैं. विराट इस बार इंग्लैंड के साथ वनडे मैच नहीं खेल पा रहे हैं, जिसके कारण उनके फैंस उदास हैं. इंग्लैंड और इंडिया के बीच तीन वनडे मैच 12 जुलाई से लंदन के ओवल में खेले जाने हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, विराट कोहली की कमर में चोट लगी है और वह भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाले पहले वनडे से बाहर हो गए है, जो कि आज 12 जुलाई को हो रहा है.
BCCI के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ''इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली को पिछले मैच के दौरान कमर में खिंचाव आ गया था. यह बल्लेबाजी के दौरान हुया है या फील्डिंग के दौरान इसका अभी पता नहीं चल पाया है. हमने उन्हें पहले वनडे मैच से बाहर किया है, क्योंकि उन्हें अभी आराम की जरूरत है. विराट कोहली को जो दिक्कत हुई है उसे Groin strain कहते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि क्या होता है ग्रोइन स्ट्रेन और क्यों होती है ये दिक्कत.
ग्रोइन स्ट्रेन क्या होता है ?
ग्रोइन स्ट्रेन (Groin strain)को ग्रोइन पुल (Groin pull) भी कहा जाता है. ग्रोइन पेट और जांघ ( thigh )के बीच के भाग को कहा जाता है. अगर शरीर में इन अंगों की मांसपेशियों (muscles)में एकदम से खिंचाव आ जाएं, तो यह जरूरत से अधिक खिंच जाती हैं या टूट सकती हैं. ग्रोइन पुल उन लोगों में सामान्य है, जो कोई खेल खेलते हैं क्योंकि खेल में दौड़ने और कूदने की जरूरत पड़ती है. यह समस्या एथलेटिक्स में अधिक देखी जाती है या फिर बहुत अधिक खांसने या भारी चीजों को उठाने से भी यह समस्या हो सकती है.
ग्रोइन स्ट्रेन कैसे होता है?
ग्रोइन स्ट्रेन मांसपेशियों के खिंचने के कारण लगने वाली चोट है. ग्रोइन स्ट्रेन होने के यह कारण हो सकते है.
1. मांसपेशियों को उनकी लिमिट से ज्यादा स्ट्रेच करना.
2. वार्म-अप के बिना एक्सरसाइज करना.
3. भारी सामान उठाना.
4. हिप लैब्रम टियर हो जाना.
ग्रोइन स्ट्रेन का दर्द ठीक कैसे करें
ग्रोइन स्ट्रेन आमतौर पर आराम करने से, बर्फ लगाने से और दवाइयों से ठीक हो जाता है. अगर स्ट्रेन अधिक हो तो फिजिकल थेरेपी की सलाह भी दी जा सकती है और साथ ही व्यायाम करने के लिए भी कहा जा सकता है. इस दौरान कुछ हफ्तों या महीनों के लिए अधिक फिजिकल एक्टिविटी करने से बचना चाहिए. दर्द और सूजन को कम करने के लिए आप बर्फ का प्रयोग कर सकते हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक बर्फ का उपयोग हर तीन से चार घंटे में 20 -30 मिनटों तक करना चाहिए.