भारतीय तेज़ गेंदबाज़ आकाशदीप ने एस वेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को परेशान किया और 10 विकेट लेकर टीम इंडिया को जीत दिलाई. इस टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को 336 रन से हराया, जो घरेलू मैदान से बाहर रन के अंतर से सबसे बड़ी जीत है. यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि टीम इंडिया ने एस वेस्टन में पहली बार कोई टेस्ट मैच जीता. मैच के बाद आकाश दीप ने खुलासा किया कि उनकी बड़ी बहन कैंसर से जूझ रही है और उन्होंने अपना प्रदर्शन अपनी बहन को समर्पित किया. आकाशदीप ने कहा, "मेरी बड़ी बहन पिछले दो महीनों से कैंसर से जूझ रही है. अब उसकी हालत स्थिर है और वो ठीक है. जीस दौर से वह गुजर रही है. मुझे लगता है कि वह मेरा प्रदर्शन देखकर सबसे ज्यादा खुश होंगी. मैं जब भी बॉल पकड़ रहा था तो उसका चेहरा सामने आ रहा था. मैं ये मैच उसे समर्पित करना चाहता हूं. मैं उसके चहरे पर खुशी देखना चाहता हूं" आकाशदीप के लिए टीम इंडिया का हिस्सा बनना आसान नहीं रहा. बिहार के सासाराम के रहने वाले आकाशदीप ने अपने पिता और भाई को खोया और आर्थिक तंगी का सामना किया. बिहार क्रिकेट संघ पर बैन के कारण उन्हें बंगाल का रुख करना पड़ा. आकाशदीप ने 2019 में बंगाल के लिए प्रथम श्रेणी मैच खेला. उनकी मां का कहना है कि उन्होंने लगातार मेहनत से कामयाबी हासिल की है. आकाशदीप आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और लखनऊ सुपरजाइंट्स के लिए खेल चुके हैं. वह टेस्ट मैच में 10 विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज हैं. इससे पहले 1986 में चितेन्द्र शर्मा ने यह उपलब्धि हासिल की थी. इंग्लैंड में किसी टेस्ट मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड अब आकाशदीप के नाम दर्ज है.