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Cheapest Humanoid Robot: चीन ने बनाया दुनिया का सबसे सस्ता ह्यूमनॉइड रोबोट, कीमत 5 लाख रुपये से कम

Unitree R1 की सबसे खास बात यह है कि इसकी कीमत 6,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹5 लाख) से भी कम है.

Humanoid Robot (Photo: https://www.unitree.com/R1) Humanoid Robot (Photo: https://www.unitree.com/R1)

दुनिया भर में ह्यूमनॉइड रोबोट्स (मानवाकृति रोबोट्स) तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं. टेस्ला का ऑप्टिमस हो, फिगर AI का फिगर 02 या अब चीन की यूनिट्री रोबोटिक्स की नई पेशकश Unitree R1 — ये मशीनें अब साइंस-फिक्शन का हिस्सा नहीं रहीं, बल्कि असल ज़िंदगी में चलती, बोलती और यहां तक कि कलाबाज़ियां करती नजर आ रही हैं.

यूनिट्री R1 की सबसे खास बात यह है कि इसकी कीमत 6,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹5 लाख) से भी कम है. जहां इसी कैटेगरी के अन्य रोबोट्स की कीमत लाखों से लेकर करोड़ों तक जाती है, वहीं R1 इस तकनीक को आम लोगों, विश्वविद्यालयों और छोटे स्टार्टअप्स के लिए भी सुलभ बना रहा है.

Unitree R1 की मुख्य विशेषताएं

1. आकार और डिजाइन

  • ऊंचाई: 1.2 मीटर
  • वजन: करीब 25 किलोग्राम (एक भरे हुए सूटकेस के बराबर)
  • 24 से 26 डिग्री ऑफ फ्रीडम यानी इसके "जोड़" इंसानों की तरह झुकने, मुड़ने, घूमने और हिलने की क्षमता देते हैं.
  • R1 चल सकता है, बैठ सकता है, हाथ हिला सकता है, संतुलन बना सकता है, किक मार सकता है, और यहां तक कि कलाबाज़ी (cartwheel) भी कर सकता है.

2. एड्वांस्ड सेंसर और AI पावर

  • 3D कैमरे : आसपास के माहौल को देखने और समझने के लिए
  • माइक्रोफोन : आवाज़ की दिशा पहचानने के लिए
  • वायरलेस कनेक्टिविटी : दूसरे डिवाइसेज़ से जुड़ने के लिए
  • इसमें एक इनबिल्ट कंप्यूटर है, जो ऑडियो और विजुअल डेटा को एक साथ प्रोसेस कर सकता है.
  • एक्स्ट्रा परफॉर्मेंस के लिए इसमें Nvidia Jetson Orin जोड़ा जा सकता है, जो एड्वांस्ड एआई प्रोजेक्ट्स में इस्तेमाल होने वाला हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटर है.

3. बैटरी और परफॉर्मेंस

  • बैटरी लाइफ: करीब 1 घंटा
  • क्विक-रिलीज सिस्टम के जरिए बैटरी को आसानी से बदला जा सकता है.
  • यह समय शोध, ट्रेनिंग या डेमो के लिए पर्याप्त है.

4. सॉफ्टवेयर की चुनौती

  • R1 का हार्डवेयर बेहद शक्तिशाली है, लेकिन सॉफ्टवेयर अभी डेवलपमेंट फेज में है.
  • फिलहाल R1 की ज्यादातर क्षमताएं स्क्रिप्टेड प्रोग्राम्स या टेलीऑपरेशन (रिमोट कंट्रोल) पर आधारित हैं.
  • चुनौती यह है कि रोबोट को न सिर्फ चलना सीखाना है, बल्कि उसे समझना, अनुकूलन करना और इंसानों के साथ सुरक्षित रूप से बातचीत भी सिखानी है.

ह्यूमनॉइड रोबोट्स क्यों जरूरी हैं?

कई लोग पूछते हैं कि जब हम खास कामों के लिए विशेष मशीनें बना सकते हैं, तो मानव जैसे रोबोट क्यों? 

  • दरअसल, लोग मानव जैसे दिखने वाली मशीनों के साथ ज़्यादा सहज होते हैं.
  • मानव-निर्मित वातावरण में काम: घर, ऑफिस, फैक्ट्री — सब कुछ इंसानों के लिए डिजाइन किया गया है. ह्यूमनॉइड रोबोट्स सीढ़ियां चढ़ सकते हैं, दरवाज़े खोल सकते हैं, औज़ार इस्तेमाल कर सकते हैं.
  • ह्यूमन इंटरैक्शन: बुजुर्गों की देखभाल, होटलों, अस्पतालों और पब्लिक सर्विसेज में ये ज़्यादा प्रभावी हो सकते हैं. 

हालांकि, यह भी सच है कि व्हील्स वाले रोबोट सपाट सतह पर तेज़ और एनर्जी-एफिशिएंट होते हैं, और विशेष रोबोटिक आर्म्स फैक्ट्रियों में ज़्यादा सटीक काम करते हैं.

भविष्य की संभावनाएं

  • Unitree R1 को इसीलिए बनाया गया है ताकि रोबोटिक्स की दुनिया को अधिक सुलभ बनाया जा सके.
  • विश्वविद्यालय इसके जरिए एआई, बैलेंस कंट्रोल और रोबोटिक डेक्स्टरिटी पर रिसर्च कर सकते हैं.
  • स्टार्टअप्स इसे वेयरहाउस में पैकेज सॉर्टिंग जैसे कामों में ट्रेन कर सकते हैं.
  • अस्पतालों और वृद्धाश्रमों में यह सहायक कार्य कर सकता है.
  • कलाकार इसे परफॉर्मेंस आर्ट्स में भी शामिल कर सकते हैं.

Unitree R1 अभी वह रोबोट नहीं है जो सब कुछ बदल देगा. लेकिन यह एक महत्वपूर्ण संकेत है कि भविष्य में ह्यूमनॉइड रोबोट्स सस्ते, ज़्यादा सक्षम और रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन सकते हैं.

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