
ऑनलाइन डेटिंग ने प्यार ढूंढ़ना आसान तो बना दिया है, लेकिन अब इसमें AI और Deepfake तकनीक का इस्तेमाल करके लोगों को ठगा जा रहा है, यानी अब यह एक खतरनाक जाल बन चुका है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 तक दुनियाभर में होने वाले 20% से ज्यादा ऑनलाइन फ्रॉड "रोमांस स्कैम" होंगे. इसका मतलब है कि प्यार के नाम पर लोगों को ठगा जाएगा- और वो भी हाईटेक तरीकों से.
कैसे होता है Deepfake रोमांस स्कैम?
एक मैसेज से शुरुआत होती है जैसे "सॉरी, ये मैसेज गलती से चला गया." फिर बातचीत शुरू होती है- चैटिंग, वीडियो कॉल, प्यारी-प्यारी बातें. AI से बनाए गए नकली चेहरे, आवाज और वीडियो यूज़ होते हैं, जो असली जैसे लगते हैं. फिर धीरे-धीरे भरोसा बनाकर पैसों की मांग की जाती है या गुप्त जगह पर मिलने की बात होती है.
भारत में क्या स्थिति है?
भारत के मेट्रो शहरों में ऐसे मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. 2024 में हर दिन करीब ₹60 करोड़ की साइबर ठगी हुई. कुल मिलाकर एक साल में ₹22,000 करोड़ का नुकसान हुआ. सबसे ज्यादा शिकार 25 साल से कम उम्र के युवा बन रहे हैं. स्कैमर्स अक्सर क्रिप्टोकरेंसी (जैसे बिटकॉइन) से पैसे मांगते हैं, जिससे उन्हें पकड़ना मुश्किल हो जाता है.
Deepfake वीडियो को पहचानना क्यों मुश्किल है?
ये वीडियो इतने असली लगते हैं कि सामान्य पहचानना मुश्किल होता है. AI से बनाए गए चेहरे पलकों की झपक, हाव-भाव और बोलने की शैली सब कॉपी कर लेते हैं. एक ब्रिटिश रिपोर्ट बताती है कि 2023 में 5 लाख स्कैम हुए, और 2025 तक यह संख्या 80 लाख तक पहुंच सकती है.
क्या नुकसान हो सकता है?
कैसे बचें Deepfake और Romance Scam से?
कौन-कौन से देश प्रभावित हैं?
अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, ताइवान, हांगकांग और थाईलैंड जैसे देश इस स्कैम की चपेट में हैं.
आजकल प्यार के जाल में फंसाकर फ्रॉड करना एक नया ट्रेंड बन चुका है. AI और Deepfake तकनीक की मदद से स्कैमर्स आम लोगों को धोखा दे रहे हैं. इसलिए ज़रूरी है कि खुद सतर्क रहें और दूसरों को भी सावधान करें. अगर कोई बात संदिग्ध लगे, तो ना कहने में हिचकिचाएं नहीं. प्यार के नाम पर ठगी से बचना आपकी जिम्मेदारी है.