
अमेरिका की फेडरल ट्रेड कमिशन (FTC) ने अमेजन के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. FTC का आरोप है कि अमेजन ने लाखों यूजर्स को बिना अनुमति के अपनी प्राइम मैंबरशिप प्लान में शामिल किया. कोर्ट की सुनवाई इस सप्ताह सिएटल में शुरू हो रही है.
साइन-अप और कैंसलेशन प्रोसेस मुश्किल
FTC का दावा है कि अमेजन ने जानबूझकर कैंसलेशन प्रोसेस को मुश्किल बनाया, जिससे मैंबरशिप से बाहर निकलना मुश्किल हो गया. मुकदमे में यह भी कहा गया कि कंपनी ने अपने कर्मचारियों की बार-बार चेतावनियों को नजरअंदाज किया, जिन्होंने इस प्रक्रिया को लेकर चिंता जताई थी.
लाखों यूजर्स हुए अनजाने में प्राइम में शामिल
FTC के अनुसार, अमेजन ने प्राइम सर्विस को बढ़ावा देने के लिए ग्राहकों को अनजाने में सदस्यता दिलाई. लाखों यूजर्स प्राइम में बिना जानकारी या सहमति के शामिल हुए, लेकिन अमेजन ने इस समस्या को ठीक करना जरूरी नहीं समझा. कोर्ट रिकॉर्ड में कहा गया कि अमेजन को अनचाही मैंबरशिप की जानकारी थी, लेकिन कंपनी ने कोई कदम नहीं उठाया, क्योंकि इससे मुनाफा घट सकता था.
डार्क पैटर्न का इस्तेमाल किया गया
FTC ने अमेजन पर डार्क पैटर्न्स इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. इसमें डिजाइन की ऐसी चालाकियां होती हैं जो यूजर्स को गुमराह करती हैं. अमेजन जरूरी जानकारी को छोटे फॉन्ट या सेकंडरी पेज पर छुपा देता है, जबकि साइन-अप बटन को प्रमुखता दी जाती है और कैंसलेशन लिंक को ढूंढना मुश्किल होता है.
कई ग्राहक मुफ्त डिलीवरी का लालच लेकर ट्रायल शुरू कर देते थे, जो बिना कैंसिल किए पेड सब्सक्रिप्शन में बदल जाता था. कैंसिल करना मुश्किल प्रोसेस था.
अमेजन ने इस मामले में क्या कहा
अमेजन ने आरोपों को खारिज किया है और कहा कि हाल ही में कंपनी ने साइन-अप और कैंसलेशन प्रक्रिया में सुधार किया है. कंपनी का कहना है कि मौजूदा कानून, जैसे ROCSA, उनकी डिजाइन प्रैक्टिस को स्पष्ट रूप से प्रतिबंधित नहीं करता.
कोर्ट में कई हफ्तों तक सुनवाई चलने की उम्मीद है. इसमें आंतरिक ईमेल और वरिष्ठ स्टाफ के गवाह बयान रिकॉर्ड के हिस्से के रूप में शामिल होंगे. यह मामला अमेरिकी उपभोक्ता अधिकार और डिजिटल प्लेटफॉर्म की पारदर्शिता के लिए अहम माना जा रहा है.