
भारत में बायोमेडिकल रिसर्च और इनोवेशन को प्रोत्साहित करने वाली संस्था ब्लॉकचेन फॉर इम्पैक्ट (BFI) ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘इंटरकनेक्ट’ लॉन्च किया है. इसका उद्देश्य वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, स्टार्टअप्स, एनजीओ और फंड देने वालों को आपस में जोड़ना है, ताकि भारत में नई हेल्थकेयर तकनीकें तैयार हो सकें. आइए जानते हैं यह प्लेटफॉर्म कैसे काम करता है और हेल्थकेयर के क्षेत्र को कैसे तेज़ी से आगे ले जा सकता है.
कैसे काम करता है यह प्लैटफॉर्म?
अक्सर अच्छा आइडिया रखने वाले रिसर्चर, डॉक्टर और उद्यमी आपस में समन्वय स्थापित नहीं कर पाते क्योंकि उनके पास एक-दूसरे को खोजने और बात करने का कोई पक्का तरीका नहीं होता. इसी वजह से कई बार बड़ी पार्टनरशिप नहीं बन पातीं. इंटरकनेक्ट इस समस्या का समाधान करता है. यह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जहां लोग अपने हेल्थकेयर आइडिया साझा कर सकते हैं, सहयोगी ढूंढ़ सकते हैं और सीधे बात करके साथ काम शुरू कर सकते हैं. यहां भेजे गए हर प्रोजेक्ट की जांच BFI करता है ताकि यहां सिर्फ क्वालिटी प्रोजेक्ट ही दिखाई दें.
इंटरकनेक्ट पर यूजर अपने प्रोजेक्ट डाल सकते हैं. वह रिसर्च, मेडिसिन और पब्लिक हेल्थ जैसे अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों से जुड़ सकते हैं और प्रोजेक्ट की ऐसी जानकारियां साझा कर सकते हैं जो सार्वजनिक चर्चा के लिए सही हों. यह पूरी तरह से मुफ़्त है और इसमें कोई फीस या सब्सक्रिप्शन नहीं है. यह प्लेटफॉर्म खासकर उन इनोवेटर्स और प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर्स (PIs) के लिए है जिनके पास साफ़-साफ़ परिभाषित समस्याएं या समाधान हैं. लेकिन उन्हें सहयोग करने, इसे अपनाने या असली परिस्थितियों में परखने में दिक्कत हो रही है.
फिलहाल, इंटरकनेक्ट दो बड़े कार्यक्रम भी चला रहा है:
1. सहयोगात्मक प्रोजेक्ट ग्रांट्स – इसमें पांच करोड़ रुपए का फंड रखा गया है. यह उन चार सहयोगी प्रोजेक्ट्स को मिलेगा जो अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों के साथ मिलकर नई खोज करेंगे और जिनका असली दुनिया में असर दिखेगा. पहला पुरस्कार दो करोड़ रुपए का है, जबकि दूसरा पुरस्कार 1.5 करोड़ रुपए का है. दो पुरस्कार 75 लाख रुपए के होंगे.
2. BFI–इंटरकनेक्ट फेलोशिप – यह उन इनोवेटर्स और प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर्स के लिए है जिनके आइडिया में कमर्शियल संभावना है. इसमें 12 महीने तक हर महीने एक लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा. पहले बैच में पांच तक फेलोशिप दी जाएंगी, जिनको ग्लोबल मेंटर्स, स्पेशल ट्रेनिंग और BFI के नेटवर्क का भी फायदा मिलेगा.
प्लेटफॉर्म पर 'रिवॉर्ड पॉइंट' का सिस्टम
इंटरकनेक्ट में iPoints का रिवॉर्ड सिस्टम भी है. इसमें उपयोगकर्ताओं को सार्थक सहयोग के लिए पॉइंट्स मिलते हैं. अगर कोई अपनी ही फील्ड के किसी व्यक्ति के साथ प्रोजेक्ट शुरू करता है तो उसे 10 iPoints मिलते हैं. और अगर कोई डॉक्टर किसी उद्यमी या वैज्ञानिक किसी फंड देने वाले के साथ मिलकर प्रोजेक्ट करता है, तो उसे 20 iPoints मिलते हैं. ज्यादा iPoints होने पर प्रोजेक्ट और यूजर दोनों मेंटर्स, फंडर्स और अन्य लोगों को ज्यादा दिखते हैं.