Facebook launches new safety features for women safety. (PC: Unsplash)
Facebook launches new safety features for women safety. (PC: Unsplash) मेटा ने भारत में अपने प्लेटफार्म, फेसबुक और इंस्टाग्राम के जरिए महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई सेफ्टी फीचर लॉन्च किए गए हैं. मेटा ने StopNCII.org की लॉन्चिंग की भी घोषणा की है. महिलाओं के शोषण के खिलाफ स्ट्रांग पॉलिसी बनाने से लेकर कोई आपत्तिजनक तस्वीर भेजने तक सोशल मीडिया नेटवर्क साइट हर वह कदम उठा रही है, जिसको लेकर ऑनलाइन स्पेस महिलाओं के लिए सुरक्षित हो सके.
दो सेफ्टी कैंपेन की शुरुआत की
फोटो शेयरिंग ऐप ने युवाओं को ऑनलाइन सुरक्षित रखने के लिए हाल ही में दो सेफ्टी कैंपेन की शुरुआत की थी. इसमें से एक का नाम 'सेफ स्त्री' और दूसरी का नाम 'मॉय कानून' है. 'सेफ स्त्री' प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध सुरक्षा सुविधाओं के बारे में जागरूकता फैलाने का काम करेगा और 'मॉय कानून' के जरिए यूजर्स को कानूनी अधिकारों और सुरक्षा के बारे में सूचित किया जाएगा. मेटा प्लेटफार्म की निदेशक करुणा नैन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मेटी की यह पहल यह सुनिश्चित करेगी कि महिलाओं को भाषा को लेकर कोई समस्या न हो.
हिंदी और अन्य 11 भाषाओं में किया लॉन्च
मेटा ने अभद्र तस्वीरों को ऑनलाइन भेजने पर रोक लगाने के लिए हिंदी और अन्य 11 भारतीय भाषाओं में महिलाओं के लिए एक सुरक्षा हब StopNCII.org को लॉन्च करने की घोषणा की. इसके लिए दो भारतीयों पत्रकार बिशाखा दत्ता और सेंटर फॉर सोशल रिसर्च की ज्योति वढेरा को नियुक्त किया गया. मेटा के पास अब 14 सदस्यीय वैश्विक महिला सुरक्षा विशेषज्ञ सलाहकार हैं. प्लेटफॉर्म ने 12 भारतीय भाषाओं में इसी तरह का चाइल्ड प्रोटेक्शन हब लॉन्च किया है.
सोशल साइट से हटाया एडल्ट कंटेंट
इसके अलावा अपनी पांचवीं मासिक कंपलीएंस रिपोर्ट में सोशल नेटवर्किंग साइट ने 18 मिलियन (180 लाख) से अधिक पोस्ट को हटाने का हवाला दिया था. इनमें से 2.3 मिलियन (23लाख) कंटेंट एडल्ट, न्यूडीटी और यौन गतिविधि से संबंधित थी जबकि 87000 पोस्ट भारत में बुलिंग और उत्पीड़न की श्रेणी में आती हैं.
विडियो के जरिए भी मिलेगी ट्रेनिंग
भारत में अधिक महिला यूजर्स को टूल और संसाधनों के बारे में जानकारी प्राप्त करने और ऑनलाइन सुरक्षित रहते हुए सोशल नेटवर्क का उपयोग करने में सक्षम बनाने के लिए हिंदी और 11 अन्य भाषाओं में सेफ्टी हब लॉन्च किया गया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार महिला सुरक्षा हब मंच पर नेविगेट करते समय महिलाओं को सभी आवश्यक सुरक्षा संसाधन प्रदान किए जाएंगे. इसमें वीडियो-ऑन-डिमांड सुरक्षा प्रशिक्षण भी होगा. यह यूजर्स को हिंदी, मराठी, पंजाबी, गुजराती, तमिल, तेलुगु, उर्दू, बंगाली, ओडिया, असमिया, कन्नड़ और मलयालम जैसी कई भाषाओं में आयोजित लाइव सुरक्षा प्रशिक्षण के लिए रजिस्टर करने की इजाजत है.