आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले खिलौनों की मांग लगातार बढ़ रही है और ये बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए मददगार साबित हो रहे हैं. मानवीय व्यवहार को ध्यान में रखकर बनाए जा रहे ये खिलौने बच्चों को पढ़ाने और कहानियां सुनाने के साथ-साथ युवाओं और ऑफिस कर्मचारियों का तनाव दूर करने में भी लोकप्रिय हो रहे हैं. ये खिलौने आपकी आवाज की नकल करने के साथ आपके व्यवहार और आदतों को भी नोटिस करते हैं. ये बच्चों की रिपोर्ट उनके माता-पिता को भेजने का काम भी करते हैं. एक आंकड़े के मुताबिक, वैश्विक एआई खिलौना बाजार 2024 में 11 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर गया था और इसके 2030 तक 58 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. इसी वजह से कई कंपनियां अब एआई खिलौने बनाने में दिलचस्पी ले रही हैं.