भारतीय नौसेना की पनडुब्बियों को आत्मनिर्भर ऊर्जा स्रोत प्रदान करने की दिशा में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (IIT BHU) के वैज्ञानिकों ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. संस्थान ने स्वदेशी पॉलीमर इलेक्ट्रोलाइट मेम्ब्रेन फ्यूल सेल तकनीक विकसित की है, जो वर्तमान में अमेरिका से आयातित नेफियॉन पर निर्भरता को समाप्त कर सकती है. आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसर प्रभाकर सिंह के नेतृत्व में टीम ने यह इलेक्ट्रोलाइट फ्यूल तैयार किया है जो न केवल अधिक तापमान पर बेहतर प्रदर्शन करता है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है. डीआरडीओ द्वारा वित्तपोषित इस परियोजना का प्रोटोटाइप सितम्बर 2024 में परीक्षण के लिए सौंपा जा चुका है, जो रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता को सशक्त करेगा.